दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर । यूपी के कानपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक युवक ने पत्नी और ससुरालीजनों पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि ससुरालीजनों ने चार साल के बेटे का जबरन खतना करा दिया। इसके साथ ही उसका मुस्लिम रीति-रिवाज से नामकरण कर दिया। जब इसका विरोध किया तो, ससुराल वालों ने मारपीट की। फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवा दिया। 10 महीने बाद जमानत पर बाहर आए पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। सीपी ने इस मामले की जांच एसीपी को सौंपी है।
पत्नी का ब्रेनवॉश किया
मूलरूप से प्रतापगढ़ का रहने वाला अनिल माली बाबू कोतवाली क्षेत्र में रह कर मजदूरी करता था। इसी दौरान उसके मीना नाम की मुस्लिम युवती से प्रेम संबंध हो गए। दस साल पहले लव मैरिज कर ली थी। उनका एक चार साल का बेटा है। शादी के बाद से ससुराल वाले रंजिश मानने लगे थे। शादी के आठ साल बाद पत्नी का मायके आना-जाना शुरू हो गया। पत्नी के भाई शहजाद और ससुरालीजनों ने पत्नी का ब्रेनवॉश कर दिया। इसके बाद वो मुझपर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगी।
झूठे मुकदमे में फंसाया
ससुरालीजनों ने बेटे का मुस्लिम रीति-रिवाज से नामकरण कर दिया। आरोप है कि इसका विरोध करने पर बीते 28 अगस्त 2022 को शहजादे और रिश्तेदार पहुंचे। बच्चे को जबरन खतना के लिए ले जाने लगे। जब इसका विरोध किया, तो मुझे पीट-पीट कर मरणासन्न कर दिया। इसके बाद पत्नी और बच्चे को अपने साथ लेकर चले गए। इसके बाद पत्नी के भाई शहजादे ने पत्नी को जान से मारने की कोशिश का झूठा मुकदमा दर्ज कराकर जेल भिजवा दिया।
Author: samachar
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