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23 February 2025 10:37 pm

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कहां छुपी है शातिर शाइस्ता और जैनब? अब विजय मिश्रा खोलेगा यह राज!

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

उत्तर प्रदेश में बहुचर्चित मामले उमेशपाल हत्याकांड में फरार आरोपी माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और अशरफ की पत्नी जैनब अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस अभी भी इनकी तलाश कर रही है। इसी बीच पुलिस ने अतीक अहमद और परिवार के अन्य लोगों की वकालत करने वाले अधिवक्ता विजय मिश्र को शनिवार रात 10 बजे प्रयागराज और लखनऊ पुलिस ने राजधानी में उठा लिया। इसके बाद वकील से पूछताछ की गई। जिसमें कई खुलासे हुए। लेकिन अब पुलिस विजय मिश्रा को रिमांड पर लेकर पूछताछ करना चाहती है, ताकि शाइस्ता और जैनब की जानकारी मिल सकें।

बता दें कि वकील विजय मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद अब प्रयागराज पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। पुलिस जल्द ही विजय मिश्रा की कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगी। मिश्रा के गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ से कई बड़े खुलासे हुए हैं। पुलिस को उसके पास मिले मोबाइल फोन से भी केस से जुड़े अहम सुराग मिले हैं। माफिया अतीक की बेनामी संपत्ति का सौदा करने लखनऊ गया था। पुलिस को शक है कि जिस होटल से विजय को गिरफ्तार किया गया, वहां अतीक के परिवार की एक महिला भी मौजूद थी।

इसी को लेकर पुलिस विजय मिश्रा से पूछताछ करना चाहती है। पुलिस को शक है अतीक की हत्या के बाद से उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन और जैनब लगातार विजय मिश्रा के संपर्क में बनी हुई थी, ऐसे में विजय मिश्रा की रिमांड लेने के बाद शाइस्ता परवीन और अशरफ की पत्नी जैनब को लेकर भी सवाल किए जाएंगे। दरअसल, विजय मिश्रा की गिरफ्तारी उमेश पाल शूटआउट केस में हुई है। जल्द ही कुछ अन्य मामलों में भी विजय मिश्रा का रिमांड बनवाया जाएगा। विजय मिश्रा के खिलाफ 2 महीने पहले फर्नीचर कारोबारी से अतीक अहमद के नाम पर 3 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का भी केस दर्ज हुआ था। उस उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल होने का आरोप है और उसने ही अतीक के गुर्गों तक उमेश पाल की लोकेशन दी थी। इन मामले में उसे गिरफ्तार किया गया है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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