दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुरः यूपी के कानपुर में एक सिद्धांतवादी चोर पुलिस के हाथ लगा है। शातिर चोर जीवन यापन के लिए अकेले ही चोरी की वारदातों को अंजाम देता था। सबसे खास बात यह है कि चोरी की रकम का 10 फीसदी हिस्सा धर्माथ के कार्यों में खर्च करता था। कानपुर में इस सिद्धांतवादी चोर के खूब चर्चे हो रहे हैं। शातिर चोर ने पुलिस को बताया कि कर्ज चुकाने और ऑटो खरीदने के लिए चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। चोर उन दुकानों और मकानों को निशाना बनाता था, जहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होते थे। पुलिस ने चोर के पास 3.24 लाख रुपए बरामद किया है।
नौबस्ता थाना क्षेत्र के मछरिया में रहने वाला मो विक्की पढ़ा-लिखा है। चकेरी के जेके चौराहे के पास से चकेरी पुलिस ने उसे अरेस्ट किया है। उसके पास से पुलिस ने 3.24 लाख नकद, पासबुक, चेकबुक और जेवरात बरामद किए हैं। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि कूलर और जनरल मर्चेंट की दुकान के शटर काट कर रेक में रखे कैश, चेकबुक, पासबुक चोरी किए थे। चोरी का माल लेकर पत्नी के पास जा रहा था।
चोरी करना पाप है
शातिर चोर ने पुलिस को बताया कि चोरी करना पाप है। चोरी के बाद मुझे अपराध बोध होता था। मैं धर्म को मानने वाला हूं, लेकिन मजबूरी इंसान से सब कुछ कराती है। चोरी के पैसों से ऑटो खरीदकर सुकून की जिंदगी जीना चाहता था। लेकिन उससे पहले मैं पकड़ा गया। उसने शहर भर की आधा दर्जन से अधिक चोरी की वारदातों कुबूला है।
10 फीसदी हिस्सा धर्माथ में खर्च करता था
मो. विक्की ने बताया कि चोरी करके पाप तो करता हूं। प्रत्येक चोरी के माल से लगभग दसवां हिस्सा धर्म के नाम पर अलग रख लेता था। जिसे धर्म के नाम पर पूजा-पाठ और दान में खर्च कर देता था। इसके साथ ही गरीबों की मदद कर देता था। चोरी का दसवां हिस्सा पोटली बनाकर अलग रख देता था। धर्माथ के कार्यों में खर्च कर अपने पापों को काटता था। इस सिद्धांतवादी चोर की कहानी सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."