आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा- अभी अभी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बांदा जनपद की तहसील नरैनी क्षेत्र के अंतर्गत म० प्रदेश की सीमा से सटे ग्राम तरहटी कालिंजर में वन विभाग द्वारा भारी मात्रा में नीम, शीसम तथा सागौन की लकड़ी एक व्यक्ति के मकान एवं एक बगीचे में छापामार कार्यवाही करते हुए बरामद की गई है। बरामद की गयी लकड़ी की बाजारू कीमत लगभग तीस से चालीस लाख बताई जा रही है।
इस घटना की पुष्टि के लिए डीएफओ बांदा को फोन लगाया गया किंतु उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं करने के कारण घटना की पुष्टि नहीं हो सकी, जबकि कालिंजर से ही कुछ लोगों ने अपना नाम ना उजागर करने की शर्त पर बताया कि उक्त घटना सत्य है। यहाँ पर भारी मात्रा में वन विभाग के अधिकारियों द्वारा लकड़ी बरामद की गई है।
वहीं विभागीय लोग इस प्रकरण को आपस में मैनेज कर रफा दफा करने में लगे हैं। उनकी सोच के अनुसार माफियाओं के ऊपर लाख पचास हजार का जुर्माना कर अरोपितों को उक्त बेशकीमती लकड़ी को सौपकर लाभान्वित किया जा सके। जबकि वन विभाग कालिंजर के वनदरोगा लालजी उर्फ धर्मनारायन द्विवेदी ने फोन पर वार्ता के दौरान घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हमें कालिंजर कोतवाली पुलिस ने जानकारी दी थी जिसके आधार पर हम लोगों द्वारा छापामार कार्रवाई की गई। इसमें महेश कुमार पुत्र कल्लू सोनकर के यहाँ से नीम, शीसम तथा सागौन की लकड़ी भारी मात्रा में बरामद की गई जिसमें महेश ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है तथा अभियुक्त ने सीमा से लगे मध्यप्रदेश के जंगल से लकड़ी काटना स्वीकार भी किया है। इसके विरूद्ध भारतीय ग्रामीण वन्य अधिनियम की धारा 4/10 के तहत कार्यवाही की जा रही है।
स्थानीय वनाधिकारी से जानकारी लेने पर यहाँ पर तैनात वन विभाग के दरोगा द्विवेदी ने पकडी गयी लकड़ी की अनुमानित कीमत तीस चालिस हजार रुपए बताई है। जबकि ग्रामीणों के हिसाब से उक्त बरामद की गयी इमारती लकड़ी की कीमत कम से कम तीस से चालीस लाख रुपए बताई जा रही है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."