सुशील कुमार तिवारी की रिपोर्ट
यमुना और हिंडन नदी में आई बाढ़ से नोएडा और गाजियाबाद के कई इलाके पानी में डूबे हैं। बुधवार की बारिश के बाद नदियों का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। नोएडा और गाजियाबाद में निचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है। एहतियातन कई इलाकों की बिजली काट दी गई है। नोएडा के चोटपुर, छिजारसी और बहलोलपुर समेत अन्य गांवों की कच्ची कॉलोनियों में पानी घुस गया है। ग्रेटर नोएडा के 10 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। देखें, हिंडन नदी में आई बाढ़ से नोएडा और गाजियाबाद में क्या स्थिति है।
छिजारसी कॉलोनी, चोटपुर, बबीता विहार कॉलोनी और 25 फुटा बुद्ध विहार में हिंडन नदी के किनारे बने मकानों को खाली करा लिया गया है।
हिंडन नदी के जलस्तर बढ़ने से प्रभावित एरिया चोटपुर कॉलोनी, छिजारसी, बहलोलपुर का डूब क्षेत्र, पुराना हैबतपुर, सौहरखा का डूब क्षेत्र, हल्द्वानी, कुलेसरा, हिंडन खादर का एरिया, गढ़ी कलंजरी, सलेमपुर, सफीपुर, चुहड़पुर, मोमनाथल गांव सहित अन्य कुल 14 गांव नोएडा ग्रेटर नोएडा एरिया में निगरानी बढ़ा दी है।
हिंडन नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण कई गांव व कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले पांच सौ से ज्यादा बिजली उपभोक्ताओं का कनेक्शन काट दिया गया है। नोएडा के विद्युत निगम के अधिकारियों के अनुसार हिंडन नदी में डूब क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण किया जा रहा है। विद्युत निगम के मुख्य अभियंता राजीव मोहन ने हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ बहलोलपुर गांव के साथ चोटपुर में तमाम कच्ची कॉलोनियों में पानी घुसने के साथ इन इलाकों की बिजली काटने के निर्देश दिए गए है। उपभोक्ता को किसी प्रकार की शिकायत हो तो 1912 पर फोन करके दर्ज कराएं।
हिंडन की बाढ़ में डूबीं 300 से अधिक कारें
सुतियाना गांव में ऐप बेस्ड कैब बुकिंग कंपनी के यार्ड में 4 से 5 फीट तक पानी भरने की वजह से करीब 300 से अधिक गाड़ियां डूब गई हैं। सत्याना गांव में ओला कंपनी ने यार्ड बनाए हुआ था, जिसमें 300 से अधिक गाड़ियां खड़ी थी। नदी का जलस्तर बढ़ने पर इस यार्ड में पानी भर गया है जिसके चलते सभी गाड़ियां डूब गई है।
बताया गया है कि ओला कंपनी ने यहां एक फार्म को किराये पर लेकर यार्ड बनाया था। दिल्ली एनसीआर से ऐसी गाड़ियों को लाकर यहां खड़ा किया गया था जिनकी किस्त ड्राइवर समय पर जमा नहीं कर पाए। डीएम मनीष कुमार का कहना है कि डूब एरिया में ओला कंपनी ने अवैध यार्ड बना रखा था। इसकी कोई अनुमति नहीं ली गई थी। नदी के आसपास जिस एरिया में पानी भरा है वहां से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह लाया जा रहा है।
घरों के बगल से गुजर रहा हाईटेंशन करंट
ट्रांस हिंडन इलाके में बिजली निगम को लेकर फिलहाल सप्लाई की शिकायत हर इलाके से देखी जा रही है। लेकिन इसी बीच बारिश के मौसम में हाईटेंशन लाइन का गलियों और घरों से सटकर निकलना भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
ट्रांस हिंडन के कई इलाके ऐसे हैं, जहां गलियों के बीचों बीच से हाईटेंशन लाइन गुज़र रही है। गलियों में बिजली के तार के जाल बिछे हुए हैं और लोगों को मजबूरन इसी खतरे के बीच में से होकर गुजरना पड़ता है।
यह हाल खोड़ा, अर्थला, करहेड़ा के साथ-साथ कई इलाकों का देखा जा सकता है। इसे लेकर लोगों ने इसी साल के अंदर-अंदर 50 से अधिक शिकायतें जमा किए हैं, लेकिन इन शिकायतों का कोई फायदा नहीं हुआ। इन इलाकों का हाल जस का तस है और बारिश के मौसम में लोग डर के माहौल में रहने को मजबूर हो गए हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."