आनंद शर्मा की रिपोर्ट
भीलवाड़ा: भीलवाड़ा जिले के मांडल थाने में ठगबाज दुल्हन और उसके साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज करवाया गया है। मांडल थाना प्रभारी मुकेश कुमार वर्मा ने बताया कि 24 जुलाई को मांडल कस्बे में रहने वाले महावीर सुथार ने एक एफआईआर दर्ज करवाई है। इसमें बताया कि जून माह में मूल रूप से भारलिया और अभी माण्डल के पास आरजिया गांव के रहने वाले नारायण, प्रकाश, फौजमल गुर्जर और रतलाम के रहने वाले चिंटू सुथार और उसकी पत्नी सहित कुछ लोग उसके घर पर आए। सभी ने मिलकर नारायण की बेटी की शादी महावीर के बेटे किशन के साथ करवाने की बात कही।
शादी की बात पक्की होने के बाद 23 जून को दोनों की शादी करवा दी गई। इस शादी के बदले लड़की के परिजनों ने महावीर से 4 लाख 21 हजार रुपये लिए। शादी के दौरान दूल्हे के परिवार ने दुल्हन को सोने और चांदी के आभूषण भी दिए थे। 27 जून को दुल्हन ससुराल आई और दूसरे दिन 28 जून को दुल्हन को पीहर के लोग लेने आए। उन्होंने 10 दिन बाद उसे वापस भेजने की बात कही। दुल्हन अपने साथ सारे गहने भी लेकर चली गई।
10 दिन होने के बाद महावीर के बेटे किशन ने अपनी दुल्हन को लेने के लिए ससुराल में फोन किया। इस पर ससुराल वालों ने किशन को पहचानने से इनकार कर दिया। ससुराल वालों ने किशन को बताया कि उनकी बेटी की दूसरी जगह शादी पक्की कर दी गई है। इस पर किशन के परिवार को धोखा होने का एहसास हुआ।
दुल्हन के साथ काम करता है एक गिरोह
पीड़ित दूल्हे के पिता महावीर ने बताया कि उसके साथ हुई वारदात के बाद जब उसने जानकारी जुटाई तो पता चला कि दुल्हन के साथ एक गिरोह काम कर रहा है। इसमें करीब 7 आठ महिला और पुरुष शामिल है। ये लोग एक महीने से उसके परिवार की रेकी कर रहे थे।
पहले रेकी कर जुटाई थी परिवार की सारी जानकारी
महावीर ने बताया कि दुल्हन का पिता उसका दूर का रिश्तेदार था। इसलिए उन पर कोई शंका नहीं हुई। यह गिरोह रेकी कर पहले सारी जानकारी जुटाता है। फिर शादी के नाम पर लोगों को लूट कर फरार हो जाता है। अब तक यह लुटेरी दुल्हन तीन शादियां पहले रचा चुकी है।
Author: samachar
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