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19 January 2025 5:08 pm

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जुनूनी लेखक ; क्राइम की कहानी लिखनी थी तो बेचारा खुद ही बन गया चोर…. खबर आपको हिला देगी

41 पाठकों ने अब तक पढा

सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट 

उसे शौक था क्राइम स्टोरी देखने का। अपने इस शौक को वो अपना प्रोफेशन बनना चाहता था। वो चाहता था एक ऐसी क्राइम की स्क्रिप्ट लिखना जो सबसे अलग हो। जिसे पढ़कर कुछ देर के लिए ही सही, लेकिन लोगों की सांसे थम जाएं। जिस कहानी को पढ़कर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाएं। वो एक फिल्म के लिए ये स्टोरी लिखना चाहता। एकदम असली क्राइम स्टोरी। क्राइम की ये कहानी उसके लिए जुनून बन गई वो भी ऐसा जुनून कि वो इसके लिए कुछ भी करने को तैयार था।

ये कहानी है हरियाणा के फरीदाबाद के इरशाद की। जिसके दिमाग में हर वक्त एक स्क्रिप्ट घूमती रहती थी। इरशाद को लगा कि अगर वो क्राइम को करीब से जानेगा तो वो एक अच्छी स्क्रिप्ट लिख पाएगा। वो फिल्म के लिए क्राइम की एक बेहतर कहानी दे पाएगा। शायद वो इसे अपना मास्टर पीस बनाना चाहता था। बस फिर क्या था यंग इरशाद क्रिमिनल्स के एक गैंग का हिस्सा बन गया। एक ऐसे गैंग का जो चोरी, डकैतियों को अंजाम देता था।

एक गैंग में शामिल होकर चोरी की प्लानिंग की

इस गैंग के बाकी चोरों की तरह इरशाद को न पैसा चाहिए था और न ही किसी और चीज का लालच था। उसे तो बस हर घटना को एक्सपीरियंस करना था। अपराध के हर पल को बेहद करीब से जीना था। इस गैंग ने एक लूट का प्लान तैयार किया। जगह चुनी गई फरीदाबाद के डबुआ पाली रोड की। यहां संजना टूल्स नाम से एक कंपनी लुटने का प्लान तैयार हुआ। इस गैंग में इरशाद के अलावा 3 शातिर चोर शामिल थे जिन्होंने पहले भी कई चोरियों को अंजाम दिया था।

एक कंपनी में दिया डकैती को अंजाम

इरशाद के लिए ये उसकी कहानी का पहला पड़ाव था। वो एक गैंग का हिस्सा बन चुका था और बस चोरी को अंजाम देने ही वाला था।इरशाद समेत चारों लुटेरे कंपनी के अंदर घुसे और सीधा मालिक को बंधक बना लिया। इन लोगों ने कंपनी के मालिक की खूब पिटाई भी की। इसके बाद इन्होंने वहां से सामान चुराना शुरू किया। इस कंपनी से कॉपर वायर के बंडल, 58 हजार रुपये और एक स्कूटी चुराकर ये चारों फरार हो गए।

पुलिस ने पकड़ा तो सामने आई पूरी कहानी

अब इरशाद एक चोर बन चुका था। पुलिस इसके पीछे थी। शायद यहीं एक्सपीरियंस ये लड़का अपनी स्क्रिप्ट के लिए लेना चाह रहा था। कई दिनों तक ये चारों चोर अंडरग्राउंड रहे। फरीदाबाद की क्राइम ब्रांच इनकी तलाश कर रही थी। आखिर 3 जुलाई को इरशाद और 2 अन्य चोरों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कस्टडी में लेकर इनसे पूछताछ की तो पता चला कि इरशाद ने पहली बार किसी चोरी को अंजाम दिया था और भी क्राइम की कहानी लिखने के लिए। पुलिस के लिए भी ये हैरान करने वाला मामला था। इस लड़के के जुनून ने इसे अब जेल तक पहुंचा दिया है। इस गैंग का एक चोर अभी भी फरार है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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