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November 2, 2024 5:51 am

कहीं बादलों की गरज तो कहीं दरकते पहाड़ों की खनक..अब सताते हुए डराने लगा है; देश के मौसम का हाल 

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चुन्नीलाल प्रधान, विकास और मनोज उनियाल की रिपोर्ट 

उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के बीच पिछले 24 घंटों में वर्षजनित घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई। लगातार बारिश से राज्य के विभिन्न जिलों में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

यहां मौसम कार्यालय ने कहा कि मानसून पश्चिमी क्षेत्र में सक्रिय रहा और पूर्वी जिलों में सामान्य रहा, जिसके परिणामस्वरूप पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर और राज्य के पश्चिमी हिस्से में अधिकांश स्थानों पर गरज और बिजली के साथ हल्की से तेज बारिश हुई।

मौसम कार्यालय के अनुसार, पश्चिमी हिस्से में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जिनमें मेरठ, मैनपुरी, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, औरैया, कासगंज, लखनऊ, झांसी, कानपुर नगर, हापुड़, अलीगढ़, बुलंदशहर, फतेहपुर, गाजीपुर, प्रयागराज, शामली, अमेठी और गौतमबुद्ध नगर शामिल हैं। 

राज्य में एक जून से अब तक औसत वर्षा सामान्य के सापेक्ष 112 फीसदी है। बयान में कहा गया है कि 33 जिलों में अधिक बारिश हुई है और 21 जिलों में सामान्य बारिश हुई। सिंचाई विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोई भी नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है‌। बयान में कहा गया है कि राज्य में पिछले 24 घंटों में बारिश संबंधी घटनाओं में कुल आठ लोगों की जान चली गई है।

एक ही परिवार के दो लोगों की मौत

इससे पहले हापुड़ से आई एक खबर में कहा गया था कि हापुड़ में धौलाना थाना क्षेत्र के शौलाना गांव में सोमवार को बारिश के कारण एक घर की छत गिरने से एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) वरुण मिश्रा ने बताया कि डॉक्टर ने दो बहनों – माहिरा व खुशी को मृत घोषित कर दिया, जबकि तीन बच्चे माहिम, आफिया व मुस्कान गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों का उपचार जारी है।

उधर, बदायूं के बिसौली तहसील के थाना फैजगंज बेहटा क्षेत्र के गांव खरगपुर में जर्जर मकान की छत लगातार हो रही भारी बारिश के दौरान भरभराकर गिर गई। हादसे में लगभग 63 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना के बाद पहुंची थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। थाना फैजगंज बैठा के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) सिद्धांत शर्मा ने बताया कि आज दोपहर गांव खरगपुर निवासी देवश्री (63) अपने घर में घरेलू कार्य निपटा रही थीं तभी तेज बारिश शुरू हो गई।

उन्होंने बताया कि बारिश से बचने के लिए महिला अपने कमरे के अंदर गईं, तभी घर की छत भरभराकर देवश्री के ऊपर आ गिरी। इस हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इटावा में करीब एक पखवाड़े से हो रही लगातार बारिश के कारण जिले की कई प्रमुख सड़कों पर जलभराव हो गया है, जिससे यातायात बाधित हो गया है। गांवों में मुख्य सड़कों को जोड़ने वाली सड़कें कीचड़ में तब्दील हो गई हैं, जिससे ग्रामीणों और अन्य लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है।

हिमाचल में कोहराम 

हिमाचल प्रदेश में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी बारिश का कहर जारी रहा. जहां बीते दो दिन में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन में 18 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा बारिश के चलते अधिकांश जलविद्युत परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं और सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई है।

अकेले शिमला जिले में सोमवार को भूस्खलन ने चार और लोगों की जान ले ली। शिमला के ठियोग उपमंडल में सोमवार सुबह एक मकान में भूस्खलन होने से तीन लोगों की मौत हो गई।

2 दिन में 16 से 17 लोगों की मौत 

पुलिस ने बताया कि यह घटना पल्लवी गांव में हुई और मृतकों की पहचान दीप बहादुर, देवदासी और मोहन बहादुर के रूप में हुई है। शिमला शहर के बाहरी इलाके रझाना गांव में भूस्खलन के बाद मलबे में फंसी एक बुजुर्ग महिला का शव रविवार रात को निकाला गया। इससे कुछ घंटे पहले उसकी पोती का शव घटनास्थल से बरामद हुआ था। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य में बारिश के कारण हुई घटनाओं में दो दिन में 16 या 17 लोग मारे जा चुके हैं।

अलग-अलग हिस्सों में फंसे 300 लोग

अधिकारियों ने बताया कि पर्यटन स्थल मनाली में फंसे 20 लोगों को बचा लिया गया है लेकिन अभी भी अलग-अलग हिस्सों में लगभग 300 लोग फंसे हुए हैं। मौसम विभाग ने सोमवार को अत्याधिक बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। इससे एक दिन पहले राज्य में भारी बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन हुआ, घरों को नुकसान हुआ और लोगों को जान भी गंवानी पड़ी। अधिकारियों ने बताया कि यूनेस्को धरोहर स्थल शिमला-कालका रेल मार्ग पर भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर पटरियां अवरुद्ध हो गई है जिसके चलते रेल परिचालन मंगलवार तक निलंबित कर दिया गया है। वहीं, राज्यभर में शैक्षणिक संस्थानों को सोमवार और मंगलवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है।

120 से ज्यादा सड़कें अवरुद्ध

भूस्खलन के बाद सोमवार को शिमला शहर से लगभग 16 किमी दूर शोघी के पास शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया। अधिकारियों ने बताया कि जिले में 120 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं, जबकि 484 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं. शिमला के पुलिस अधिकारियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पेड़ों के उखड़ने, छत गिरने और संपत्ति को नुकसान पहुंचने की घटनाएं सामने आ रही हैं। अब तक 10 घर और 20 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

सतलुज नदी का बढ़ा जलस्तर

रामपुर निवासी क्रेशा ने बताया कि सतलुज नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने के कारण उन्हें यह जगह छोड़नी पड़ी। नदी किनारे रहने वाली रवीना ने बताया कि पानी घर में घुस गया है. वहीं, उन्होंने सरकार से बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद की अपील की है। रामपुर में एक गोशाला कर्मी सुलोचना ने कहा, ‘‘हमारी गोशाला बह गई है। आश्रय के लिए जगह नहीं होने से मवेशियों को छोड़ दिया गया है। हम गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि रविवार देर रात ब्यास नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण नागवेइन गांव में फंसे छह लोगों को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 14वीं बटालियन की एक टीम ने रस्सी और क्रेन की मदद से बचाया।

विभिन्न जगहों पर फंसी 403 बसें

चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन और बाढ़ के कारण अवरुद्ध है। शिमला-किन्नौर सड़क भी भूस्खलन और चट्टानें गिरने के कारण यातायात के लिए बंद है। मौके पर मौजूद पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने बताया कि सभी लोग सुरक्षित हैं और उनके लिए भोजन व जरूरी दवाओं की व्यवस्था कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सड़क बहाल होने पर उन्हें स्थिति को देखते हुए गंतव्य तक भेजा जाएगा। भारी बारिश के कारण हिमाचल सड़क परिवहन निगम के 876 बस मार्ग प्रभावित हैं और 403 बसें विभिन्न स्थानों पर फंस गई हैं। हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान एक जुलाई से नौ जुलाई तक सामान्य 160.6 मिलीमीटर की तुलना में 271.5 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो 69 प्रतिशत अधिक है।

पंजाब पानी पानी 

पंजाब में भी बीते दो दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है। प्रदेश के कई हिस्से जलमग्न हो चुके हैं। नदियां-नाले उफान पर हैं। लुधियाना, जालंधर, पटिलाया, मोहाली और रोपड़ में हालात नियंत्रण से बाहर हैं।

जालंधर के फिल्लौर में भारी बारिश के बाद पुलिस एकेडमी में पानी भर गया। पुलिस एकेडमी में खड़ी गाड़ियां पानी में तैरने लगी। इसका वीडियो भी सामने आया है।

फरीदकोट में 30 घर जलमग्न

वहीं, पंजाब के फरीदकोट में भी हालात ठीक नहीं हैं। फरीदकोट के गांव चाहल की मजदूर कॉलोनी के करीब 30 घरों में पानी भर गया है। एनडीआरएफ की टीमों द्वारा राहत कार्य जारी है। बड़ी संख्या में लोग घरों के अंदर फंसे हुए हैं। लांगियाना ड्रेन ओवरफ्लो होने के कारण पास की मजदूर कॉलोनी और करीब 500 एकड़ फसल में पानी भर गया है।

रूपनगर में बिजली बंद, सब स्टेशन में घुसा पानी

लगातार वर्षा से रूपनगर में भी जलभराव की स्थिति है। रूपनगर के 132 केवी सब-स्टेशन में पानी घुस चुका है। पानी की वजह से बिजली सप्लाई ठप हो गई है। पूरे शहर में बिजली आपूर्ति बाधित है। बिजली विभाग के कर्मचारी पानी निकालने में जुटे हुए हैं। बिजली की सप्लाई बंद होने की वजह से शहर में इंटरनेट सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."