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November 22, 2024 10:23 pm

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नहीं बचेगा कोई ; एक एक कर तलाशी ली जा रही है बदमाश कंपनी के साथियों की 

16 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

उत्तर प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ पुलिस ने बिगुल बजा रखा है। राज्य को माफिया मुक्त करने की हर कोशिश की जा रही है और ऐसे में पुलिस के निशाने पर न सिर्फ माफिया बल्कि उनके गैंग के हर छोटे-बड़े सदस्य भी हैं। अतीक अहमद का गैंग आईएस 227 हो या फिर मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) का गैंग आईएस 191 इनसे जुड़े हर शख्स की लिस्ट तैयार कर ली गई है। अतीक अहमद (Atique Ahmed) की मौत हो चुकी है जबकि मुख्तार अंसारी जेल में बंद है, लेकिन बावजूद इसके इनके गैंग के कई लोग अभी भी एक्टिव हैं और इन्हीं लोगों के खिलाफ हो रही है कार्रवाई।

माफिया ही नहीं उनके साथियों की भी खैर नहीं

इस कड़ी में सबसे ताजा नाम है गणेश दत्त मिश्र। मुख्तार अंसारी का बेहद खास और उसका फाइनेंसर। गणेश दत्त रियल स्टेट कारोबारी है। ईडी और उत्तर प्रदेश पुलिस को काफी समय से इस शख्स पर नजर बनाए हुए थे। यहां तक कि गणेश दत्त को कई बार नोटिस भी दिए गए थे, लेकिन बावजूद इसके वो ईडी में पेश नहीं हो रहा था। अब आखिरकार दो दिन पहले गणेश दत्त को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस के मुताबिक गणेश दत्त मुख्तार के गैंग आईएस 191 का एक्टिव मेंबर है और अब इसी सिलसिले में उससे पूछताछ हो रही है।

अतीक के फाइनेंसर से पूछताछ

पिछले महीने गणेश दत्त के नाम से खरीदी गई मुख्तार की अवैध संपत्ति को भी कुर्क किया गया था। लखनऊ के कपूरपुर में बनी इन दो संपत्ति की कीमत करीब 12 करोड़ रुपये आंकी गई थी। इसके पहले भी गणेश दत्त की कुछ प्रॉपर्टी कुर्क की गई थी जो मुख्तार अंसारी की ही थी, लेकिन गणेश दत्त के नाम पर खरीदी गई थी।इस प्रॉपर्टी के सिलसिले में गणेश दत्त मिश्र को लगातार नोटिस दिए जा रहे थे, लेकिन वो लगातार बचने की कोशिश कर रहा था।

अतीक के गैंग के फाइनेंसर भी चिन्हित

मुख्तार अंसारी के गैंग के अलावा उत्तर प्रदेश के दूसरे माफिया अतीक अहमद के तीन फाइनेंसर को भी चिन्हित किया गया है। इनमें से दो रियल स्टेट कारोबारी है जबकि एक होटल संचालक है। माना जा रहा है कि लंबे समय से अतीक के परिवार की मदद कर रहे हैं।

अतीक के मौत के बाद भी कर रहे थे परिवार की मदद

अतीक के आईएस 227 गैंग से जुड़े ये तीनों लोग शाइस्ता और उसके बच्चों तक पैसा पहुंचाते हैं। गैंग तक हथियार पहुंचाने का जिम्मा भी इनके ऊपर ही था। जब अतीक अहमद जेल में था तो अतीक के गैंग से जुड़े ये तीनों शख्स ही अतीक के परिवार की मदद करते थे। जेल में अतीक से मिलने की व्यवस्था भी इन्हीं तीनों के जरिए होती थी।

खबरों के मुताबिक इनके नाम पर अतीक की नोएडा में काफी ज्यादा संपत्ति है। पुलिस इनके खिलाफ काफी सबूत इकट्ठा कर चुकी है और गणेश दत्त की तरह ही इनके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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