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November 2, 2024 5:04 am

अनोखी फैमिली, पूरा कुनबा चोर… दिन में मां-बाप करते रेकी, रात में बेटे उड़ा लाते माल

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

कानपुर। वैसे तो मां बाप अपने बच्चों की परवरिश यही सोचकर करते हैं कि वे पढ़ लिखकर अच्छे इंसान बनेंगे और उनका नाम रोशन करेंगे। लेकिन कानपुर में एक ऐसा भी परिवार है जहां मां-बाप तो चोर हैं ही।

लेकिन उन्होंने दोनों बेटों को भी अपनी ही तरह चोरी के धंधे में लगा दिया है। खास बात ये है कि पूरा परिवार एक साथ चोरी की घटनाओं को अंजाम देता आया है।

लेकिन वो कहते हैं ना कि चोर खुद को चाहे जितना भी होशियार समझ ले, पुलिस से वह बच नहीं सकता। पुलिस ने रविवार को चोरी के आरोप में परिवार के चार सदस्यों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा इनके तीन साथी अभी फरार हैं उनकी तलाश अभी जारी है।

कानपुर के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि यहां एक भारतीय सेना के एक सूबेदार के घर चोरी हुई थी। सूबेदार ने इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई तो पुलिस ने तुरंत इसकी जांच शुरू कर दी। पुलिस ने जब इलाके में लगे 50 CCTV कैमरों को खंगाला तो उसमें एक साइकिल सवार दंपति पर उन्हें शक हुआ।

पुलिस ने दंपति का पता लगाया और उनसे सख्ती से पूछताछ की। जल्द ही पता लग गया कि मामला क्या है। पुलिस के मुताबिक, संध्या निगम और राजेश निगम अपने दो बेटों के साथ मिलकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। जिसके घर चोरी करनी होती है, पहले वे दंपति कुछ दिन तक उस घर की रेकी करता है।

50 लाख के गहने बरामद

फिर जब जानकारी अच्छे से हासिल हो जाती है तो उनके दोनों बेटे अंकित और संदीप मौका पाकर रात के समय उस घर में चोरी करते हैं। इसके बाद चोरी के सामान को दुकानों में बिकवा भी देते हैं। पुलिस ने जब इनके घर की तलाशी ली तो वहां से चोरी के 50 लाख के गहने, चुराई गईं भगवान की मूर्तियां और कैश बरामद हुआ।

पहले तो पूछताछ में पहले तो राजेश ने कहा कि मैं और मेरा एक बेटा ही चोरी करते हैं। बाकी लोगों का इसमे कोई हाथ नहीं है। लेकिन सबूत तो कुछ और ही कह रहे थे। दरअसल, सीसीटीवी में राजेश की पत्नी संध्या भी हर समय उसके साथ ही दिखी। इसलिए पुलिस ने जब राजेश से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया।

गिरोह के तीन सदस्य फरार

उसने बताया कि परिवार चोरी के गहने कुछ लोगों को देता है, जो कि उन्हीं के गिरोह के सदस्य हैं। फिर वे लोग उन गहनों को आगे दुकानों में बेच देते हैं।

फिलहाल पुलिस ने इस मामले में राजेश, संध्या, अंकित, संदीप समेत उनके एक साथी वेद को गिरफ्तार किया है। जबकि, बाकी तीन साथी अभी फरार हैं उनकी तलाश की जा रही है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."