आनंद शर्मा की रिपोर्ट
उनियारा. ग्राम पंचायत सुथड़ा के महाराज कवरपुरा ग्राम का राजकीय प्राथमिक विद्यालय कचरागाह में परिवर्तित हो रहा है और इसमें प्रमुख भूमिका ग्राम पंचायत प्रशासन निभा रहा हे जिसमे पंचायत समिति प्रशासन भी उनका पूर्ण साथ दे रहा है.
गत वर्ष विद्यालय के सत्र प्रारंभ से ही पंचायत प्रशासन ने षड्यंत्रपूर्वक विद्यालय के मुख्य द्वार को नाली के नाम पर खुदवा कर विद्यालय का मुख्य प्रवेश द्वार बंद करवा दिया था जिसको खुलवाने के लिए 7.7.2022 को ग्रामपंचायत जन सुनवाई में विद्यालय के मुख्य द्वार को खुलवाने और खुदाई से विद्यालय परिसर में भरने वाले पानी के निपटान के लिए प्रभारी सुनीत बंसल जो कि तात्कालिक CBO भी थे के माध्यम से परिवाद दर्ज करवाया था जिसे ग्राम विकास अधिकारी द्वारा अपने रसूख का प्रयोग करते हुए वादी से संपर्क नहीं होना बता कर बंद करवा दिया गया था. क्योंकि ग्राम के सरकारी विद्यालय में वो बालक और बालिकाएं ही पढने आते थे जो कि समाज के उस वर्ग से आते है जिनके साथ बैठने में समाज और सिस्टम के ठेकेदारों को अपनी शान में गुस्ताखी लगता है. इसलिए बालक वर्ष भर गंदे और बदबुदार पानी के किनारे बैठ कर पढते रहे.
9.3.2023 को दुबारा ब्लॉक स्तरीय जन सुनवाई में एडीएम साहब को पुन परिवाद देने पर ग्रामपंचायत सचिव द्वारा 29.03.2003 को मेटेरियल डलवाने की झूठी सुचना देकर परिवाद को बंद करवा दिया गया. आज तक कोई काम नहीं करवाया गया. मानसून और विद्यालय के खुलने का समय नजदीक है परंतु गेट खुलवाने का पंचायत और ब्लॉक प्रशासन का कोई इरादा नहीं हे पंचायत प्रशासन की शह पर ही ग्राम वासियों ने विद्यालय को कचरा डीपो बना दिया है.
Author: samachar
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