Explore

Search
Close this search box.

Search

November 23, 2024 2:11 am

लेटेस्ट न्यूज़

क्या है इस गांव में एक महीने से फैलती आग का रहस्य? जानकर हैरान रह जाएंगे आप

11 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

तिरुपति बालाजी से चंद किलोमीटर दूरी पर मौजूद एक गांव पिछले 30 दिन से परेशान था। गांव की परेशानी की वजह थी रहस्यमयी आग। गांव के अलग-अलग घरों में रोज आग लग रही थी। लोगों का सामान जल रहा था, लेकिन आग लगने के कोई कारण नहीं मिल रहे थे। गांववालों ने पूरी सावधानी रखी हुई थी, हर कोई आग को लेकर सतर्क था, लेकिन फिर भी आग हर दिन किसी न किसी घर को निशाना बना रही थी।

तिरुपति में रहस्यमयी आग बनी गांव वालों की मुसीबत

शुरू-शुरू में जब एक दो घरों में आग लगी तो लोगों ने सोचा शायद घरवालों से कोई लापरवाही हुई होगी, लेकिन इसके बाद तो ये सिलसिला चलता ही गया। गांव में दहशत फैलने लगी। हर कोई डरा हुआ था कि कहीं अगली बार आग का प्रकोप उनके घर में न हो। किसी के पास कोई वजह नहीं थी इस आग की। धीरे-धीरे गांव में ये आग का रहस्य बढ़ता चला गया। कुछ लोगों ने इसे दैवीय प्रकोप बताया। लोग अपने घरों में पूजा-पाठ करने लगे। बालाजी से प्रार्थना करने लगे उनके घरों को आग की चपेट से बचाने के लिए।

गांववालों ने आग से बचने के लिए शुरू किया तंत्र-मंत्र और साधना

लोगों में डर बढ़ता जा रहा था। एक-एक कर गांव के 12 घरों में आग लग चुकी थी। किसी के कपड़ों में आग लगती तो किसी के किचन में तो किसी के कमरे में। जब कई घर इस आग की चपेट में आने लगे तो गाँव वालों ने इसे काला जादू मानना शुरू कर दिया। तंत्र-मंत्र और साधना का सहारा लिया जाने लगा। गांव वाले किसी भी कीमत पर इस रहस्यमयी आग से छुटकारा चाहते थे। लोगों को लग रहा था कि उनके घर में रखा सामान कभी भी जल सकता है। कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। गांव में जितने मुंह उतनी बातें होने लगी।

पुलिस की टीम भी आग देखकर हैरान रह गई

गांव की दहशत की कहानी पुलिस तक भी पहुंची। पुलिस के लिए भी ये एक बड़ा मसला था। हालांकि अच्छी बात ये थी कि इतने दिनों में किसी की जान का कोई नुकसान नहीं हुआ था। गांव वाले सतर्क हो चुके थे, वो चौकन्ने रहते थे। जैसे ही आग लगती तुरंत उसे बुझाने की व्यवस्था की जाती, लेकिन ये हल नहीं था। पुलिस की टीम गांव में पहुंच चुकी थी। छानबीन जारी थी। गांव वालों को डर से उबारना बेहद जरूरी थी, लेकिन सवाल ये था कि कैसे?

19 साल की लड़की का क्या था आग से ताल्लुक?

पुलिस ने इस मामले की बारीकी से जांच की तो सामने आई इस रहस्यमयी आग की हकीकत। इस आग के पीछे थी 19 साल की एक लड़की। तिरुपति के सनाबतला गांव की रहने वाली कीर्ति नाम की लड़की एक महीने से छुप-छुपकर पूरे गांव के घरों को जला रही थी। और तो और इस लड़की ने खुद अपने घर में भी आग लगा दी थी। कीर्ती ने अपनी मां की साड़ी में आग लगाई थी। वो चुपके से लोगों के घरों में जाकर जलती हुई तीली डाल देती थी और किसी को पता ही नहीं चल रहा था।

ये लड़की गांव के 12 घरों में लगा चुकी थी आग

अब जान लीजिए ये लड़की ऐसा कर क्यों रही थी। कीर्ति 12वीं क्लास में पढ़ती थी, लेकिन इस बार वो फेल हो चुकी थी। पुलिस ने बताया कि वो परेशान चल रही थी। इसके अलावा उसकी एक सहेली का उससे झगड़ा भी हो गया था। ये सारी बातें उसके दिमाग में असर कर रही थीं। वो चाहती थी इस गांव से कही और जाना। उसने अपने परिवार से इस बारे में बात भी की थी, लेकिन कीर्ति की मां इस बात के लिए तैयार नहीं थी। बस इसके बाद ही उसके दिमाग में इस साजिश ने जगह बनाई। उसे लगा कि अगर वो कई घरों में आग लगा देगी तो गांव वाले इस गांव को मनहूस मानने लगेंगे और फिर उसका परिवार यहां से कही और चला जाएगा।

पुलिस ने लड़की को किया गिरफ्तार

पुलिस ने कीर्ति को गिरफ्तार कर लिया है। उसने पिछले एक महीने में 12 घरों में आग लगाई। ये खबर सामने आने के बाद गांववालों ने थोड़ी राहत की सांस ली। कीर्ति ने अपनी मां के 30 हजार रुपये भी चुराए थे। पुलिस को इस लड़की के पास से वो भी बरामद हो गए हैं।

गांववालों ने बताया कि कीर्ति को अपनी मां का स्वभाव पसंद नहीं था और दोनों में अक्सर झगड़े होते रहते थे।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़