चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
कर्नलगंज, गोण्डा। तहसील क्षेत्र अन्तर्गत एक गाँव के निवासी मृतक हो चुके व्यक्ति का कूटरचित फर्जी बैनामा कराने एवं तहसीलदार न्यायालय से पत्रावली से आदेश एवं अन्य प्रपत्र गायब करने के मामले में गंभीर धाराओं के तहत दर्ज मुकदमे में नामजद आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं और खुलेआम घूम रहे हैं। इसकी गिरफ्तारी करने में कर्नलगंज कोतवाली पुलिस नाकाम साबित होने के साथ ही आरोपियों पर मेहरबान दिख रही है।
पीड़ित ने आरोपियों पर सुलह करने का दबाव बनाने और जानमाल की धमकी देने का आरोप लगाते हुए आला अधिकारियों सहित मानवाधिकार आयोग को पत्र भेजकर वांछित जालसाज,भूमाफिया किस्म के दबंग व राजनैतिक संरक्षण प्राप्त अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी कराये जाने एवं जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित कराने की गुहार लगाई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला कोतवाली कर्नलगंज से जुड़ा है। पीड़ित श्यामफूल पुत्र सुखदेव प्रसाद ने आला अधिकारियों को भेजे गए प्रार्थना पत्र में कहा है कि प्रार्थी उपरिवर्णित मामले का वादी है और विपक्षीगण जालसाज, भूमाफिया किस्म के दबंग व राजनैतिक संरक्षण प्राप्त व्यक्ति हैं। प्रार्थी के चाचा बाबादीन के नाम भूमि गाटा संख्या 526 स्थित ग्राम पिपरी राउत परगना पहाड़ापुर तहसील करनैलगंज जिला गोंडा के नाम कागजात थी। उनकी मृत्यु के बाद उक्त विपक्षीगण किसी अन्य व्यक्ति को खड़ा करके फर्जी बैनामा करवा लिया उसके बाद उक्त जमीन का बेजा लाभ लेकर आपस में बैनामा करते गये। प्रार्थी ने इस मामले की शिकायत स्थानीय थाने पर किया परंतु मुकदमा नहीं लिखा गया। तब पुलिस उपमहानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र गोंडा के आदेश पर उपरोक्त मुकदमा दर्ज हुआ,तभी से उक्त मामले में वांछित अभियुक्तगण सुलह के लिए दबाव बनाने लगे हैं। प्रार्थी ने जब सुलह करने से मना किया तो उसे किसी संज्ञेय अपराध में फंसा देने की धमकी दे रहे हैं व जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में उक्त मामले में वांछित अभियुक्तगण की गिरफ्तारी कराया जाना आवश्यक है। जिससे प्रार्थी के जानमाल की रक्षा हो सके। विदित हो कि डीआईजी के आदेश पर काफी मशक्कत के बाद कोतवाली कर्नलगंज में धारा 419, 420, 467, 468,471 के तहत मुकदमा तो पंजीकृत कर लिया गया। लेकिन दो सप्ताह के बाद भी अभी तक पुलिस के हाथ पर हाथ धरे बैठे रहने और विरुद्ध त्वरित कार्रवाई ना करने से दबंग जालसाज आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं और गिरफ्तारी करने में स्थानीय पुलिस असफल साबित हो रही है।
मामले की विवेचना उपनिरीक्षक मनीष कुमार को सौंपी गई है। वहीं पीड़ित जिम्मेदारों के चक्कर लगाने पर विवश है जिसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिससे मजबूर होकर पीड़ित श्यामफू ने आलाअधिकारियों को पत्र भेजकर वांछित अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी कराये जाने एवं जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित कराने की गुहार लगाई है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."