दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस की चुनौती बढ़ती जा रही है। शाइस्ता को पकड़ने की तमाम कोशिशें नाकाम होती दिख रही हैं। न कोई सुराग हाथ लग रहे और न ही कोई कुछ बता पा रहा है। हां, ऐसी खबरें जरूर सामने आ रही हैं कि शाइस्ता ने अपनी सुरक्षा के लिए एक अभेद्य चक्रव्यूह तैयार कर लिया है और इस चक्रव्यूह को रचा है लेडी किलर मुंडी पासी ने। कौन है ये मुंडी पासी? अतीक की बेगम की सुरक्षा के इस अभेद्य किले में और कौन-कौन शामिल हैं?
बेगम के अभेद्य किले का गेट नंबर 1: मुंडी पासी
शाइस्ता इतने दिनों से फरार है। उसका कोई पता नहीं चल पा रहा, लेकिन उसे कोई डर नहीं है। वजह है उत्तर प्रदेश की लेडी किलर मुंडी पासी जो साये की तरह शाइस्ता के साथ बताई जा रही है। मुंडी पासी कभी छोटा राजन गैंग की शार्प शूटर हुआ करती थी। ये इतनी खतरनाक अपराधी है कि कई बार जेल जा चुकी है और जमानत पर ही बाहर है। मुलचन्द्र पासी नाम के शार्प शूटर की मदद से मुंडी पासी ने छोटा राजन गैंग में अपनी जगह बनाई थी। ये प्रयागराज के कछार इलाके की रहने वाली है। छोटा राजन गैंग में इसका काम प्रयागराज में दहशत फैलाना था। खबरें सामने आ रही हैं कि अब इसी लेडी किलर ने शाइस्ता के लिए सुरक्षा का एक अभेद किला तैयार कर दिया है।
बेगम के अभेद किले का गेट नंबर 2: एहतेशाम
एरतेशाम बेगम की सुरक्षा किले का दूसरा सिपाही है। एहतेशाम साल 2004 में उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक के साथ जुड़ा था। वो उत्तर प्रदेश पुलिस में ही सिपाही था। तब अतीक को सुरक्षा के लिए एक पर्सनल गनर दिया गया था और वो एहतेशाम था। ये गनर था तो सरकारी, लेकिन माफिया के रंग में ये ऐसा रंगा कि सरकारी नौकरी भूलकर अतीक की खिदमत में पूरी तरह से बिछ गया। 2005 में राजू पाल हत्याकांड के बाद एहतेशाम फरार हो गया था। इसपर भी कई मामले दर्ज हैं। अब अतीक का ये भरोसेमंद गनर बेगम शाइस्ता के सुरक्षा किले को मजबूत कर रहा है। एहतेशाम ने ही शाइस्ता को मुंडी पासी से मिलवाया।
बेगम के अभेद किले का गेट नंबर 3 : गुड्डु बमबाज
अतीक की मौत के बाद शाइस्ता जिसपर सबसे ज्यादा भरोसा कर रही है वो गुड्डु मुस्लिम उर्फ गुड्डु बमबाज। माना जा रहा है कि गुड्डु बमबाज भी अपने नमक का कर्ज अदा कर रहा है और अतीक की पत्नी की सुरक्षा की हर जिम्मेदारी को निभा रहा है। गुड्डु मुस्लिम उमेश पाल हत्याकांड का अहम आरोपी है। अतीक अपने भाई और बेटों के बाद जिसपर सबसे ज्यादा भरोसा करता था वो ये शार्प शूटर ही है। माना जा रहा है कि जैसे ही गुड्डु बमबाज का पता चल जाएगा, शाइस्ता का पता खुद-ब-खुद सामने आ जाएगा।
छुपकर गैंग को मजबूत कर रही है शाइस्ता
उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए अब ये तीनों शाइस्ता तक पहुंचने के अहम द्वार हैं। इनके जरिए ही अतीक की बेगम को धाराशायी किया जा सकता है, लेकिन शाइस्ता के बनाए इस चक्रव्यूह को पार करना कोई आसान नहीं है। एक के बाद एक नए नाम शाइस्ता के साथ जुड़ रहे हैं। शाइस्ता ऐसे ही छुपकर अपने गैंग को मजबूत करना चाह रही है। उसे पता है कि अगर वो गिरफ्तार हो गई तो उसका पूरा गैंग खत्म हो जाएगा। अब देखना ये है कि उत्तर प्रदेश पुलिस कैसे इस सुरक्षा किले को तोड़कर बेगम को गिरफ्तार करती है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."