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November 22, 2024 4:59 am

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59 साल की उम्र में नेताजी ने पास किया बारहवीं कक्षा तो उनकी खुशी देखिए…कैसी खिलखिला उठी 

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

मेरठ: ये कहावत तो आपने खूब सुनी होगी, पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती। कुछ लोग इसी छोटी सी कहावत में अपने बड़े सपनों को उड़ान देने में भी जुट जाते हैं। वहीं हर बार चुनाव के दौरान राजनीति को लेकर भी खूब चर्चा होती है कि हमारे नेता पढ़े लिखे नहीं। इन्हीं बात से पार पाने और अपने अधूरे सपने को पूरा करने का साहस समाजवादी पार्टी के एक नेता ने दिखाया है। यूपी बोर्ड का रिजल्ट बच्चों के साथ ही बुजुर्गों के लिए भी खुशी का सबब बनकर सामने आया। 

दरअसल, इस बार समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री प्रभुदयाल वाल्मीकि ने भी 12वीं की परीक्षा दी थी। आखिरकार 59 साल की उम्र में उन्होंने 12वीं की परीक्षा पास कर ली है। उन्होंने कहा कि वो आगे भी पढ़ाई जारी रखेंगे। यूपी बोर्ड रिजल्ट के साथ प्रभुदयाल वाल्मीकि भी चर्चा में हैं।

मेरठ में समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व मंत्री प्रभुदयाल वाल्मीकि ने इंटर की परीक्षा पास की है। सपा के पूर्व मंत्री ने बागपत के आदर्श इंटर कॉलेज जोहड़ा से बारहवीं की 59 साल की उम्र में एक बार फिर पढ़ाई शुरू की थी। मंगलवार को जारी हुए यूपी बोर्ड के रिजल्ट में प्रभुदयाल वाल्मीकि का नाम भी शामिल रहा।

प्रभुदयाल वाल्मीकि ने बातचीत में बताया किन काफी समय से खाली रहने के कारण मन में आया की क्यों न पढ़ाई की जाए और खाली समय में थोड़ा वक्त निकाल कर इंटर का प्राइवेट फर्म भर कर पढ़ाई शुरू कर दी । उन्होंने बताया बागपत के आदर्श इंटर कॉलेज से प्राइवेट फार्म भरकर बोर्ड की परीक्षा दी थी। मंगलवार को जब परीक्षा का रिजल्ट आया तो मन में कुछ बेचनी तो थी, लग रहा था कि पास हो जाऊंगा या नहीं। हालांकि जब अपने को पास होते हुए देखा तो काफी खुशी हुई।

सपा सरकार में बनाया गया था मंत्री

प्रभुदयाल वाल्मीकि 2012 में हस्तिनापुर सीट से सपा के बैनर तले विधानसभा का चुनाव जीते थे और विधायक बने थे। प्रभु दयाल बाल्मिकी लंबे समय तक सपा की राजनीति में सक्रिय रहे हैं। हस्तिनापुर में विकास के कार्य में काफी काम भी किए। इसके बाद उनके बढ़ते कद को देखते हुए सपा सरकार में उन्हें राज्यमंत्री बना दिया गया । फिर कुछ समय बाद उन्हें दर्जा प्राप्त मंत्री बनाया गया। 2017 में हस्तिनापुर से फिर चुनाव लड़ा, लेकिन भाजपा के दिनेश खटीक के सामने उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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