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November 23, 2024 9:46 am

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बनिया को निंबू की तरह जितना निचोड़ोगे उतना ही रस निकलेगा.. सुर्खियों में आए मंत्री नंद गोपाल नंदी ने क्या-क्या कहा? पढिए पूरी खबर 

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला और अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट 

प्रयागराज: करीब छह साल पहले प्रयागराज के सिटी वेस्ट में आयोजित एक व्यापारी सम्मेलन को संबोधित करते हुए बतौर चीफ गेस्ट नंद गोपाल नंदी ने कहा था कि मैं बनिया हूं- बनिया को नींबू की तरह जितना निचोड़ोगे उतना ही रस निकलेगा। नंदी ने आगे कहा कि हमनें बहुत गरीबी मुसीबत के दिन झेलें हैं, टॉफी में रैपर लपेटने से लेकर गुड़- घी तक बेचें हैं। बनिया के लिए कोई काम बड़ा या छोटा नहीं होता। यही मेरे साथ भी है। आप सबके बीच मेरी यही पहचान है।

मैनेजमेंट गुरु हैं नन्दी

आमतौर पर देखा जाता है कि जब कोई संघर्षों से लड़कर आगे बढ़ नामचीन आदमी बन जाता है तो अपने अतीत को सार्वजनिक रूप से छिपाने की कोशिश करता है। लेकिन कबीना मंत्री नन्द गोपाल नन्दी अधिकांश जगहों पर हजारों लोगों के सामने अपनी जिंदगी के बुरे दिनों को, विस्तार से बताने में कोई गुरेज नहीं करते हैं। वैसे भी नंद गोपाल गुप्ता नंदी को लोग मैनेजमेंट गुरु के नाम से भी जानते हैं। क्योंकि अपने लोगों को यह हमेशा याद करते हैं लोगों की शादी ब्याह मैरिज एनिवर्सरी बर्थडे और अन्य उपलब्धियों पर भी उनके बकायदे बधाई संदेश मैसेज आते रहते हैं। अपने लोगों क्षेत्र के लोगों के छोटे निजी कार्यक्रम में भी पहुंचकर मान बढ़ाते हैं।एक बड़ी टीम इनकी कम्युनिकेशन मैनेजमेंट को संभालती है।

हैट्रिक मारने की थी तैयारी

प्रयागराज के दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से विधायक योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ने अपनी ही पार्टी के नीतियों से खिन्न होकर बयान जारी कर दिया। अपनी पीड़ा को बताने के लिए उन्होंने दिल्ली का रुख किया है। क्योंकि नन्द गोपाल नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता भी महापौर प्रत्याशी की दौड़ में शामिल थीं। अभिलाषा गुप्ता नन्दी दो बार महापौर प्रयागराज रह चुकी हैं। इस बार नगर निकाय चुनाव 2023 में महापौर के रूप में हैट्रिक मारने की तैयारी थी।

अहमियत पर पहुंची चोट

लेकिन पार्टी ने उनका टिकट काटकर भारतीय जनता पार्टी महानगर के अध्यक्ष उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी, जो नंदी के मोहल्ले के निकट ही रहते हैं, को महापौर प्रत्याशी बनाया है। वहीं नन्दी के राजनीतिक विरोधी रईस चंद्र शुक्ला की भाजपा में जॉइनिंग से उन्हें लगा कि पार्टी में कुछ खास लोगों द्वारा उनका अपमान व राजनीतिक साजिश हुई।

बचपन से रहा चुनौतियों से नाता

नगर निकाय चुनाव के दौरान चर्चा में आये नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी का चर्चा आम व चुनौतियों से बचपन का नाता है। प्रयागराज के बहादुरगंज मुहल्ले में 23 अप्रैल 1974 में जन्मे नंदी के पिता सुरेश चंद्र डाक विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। मां विमल देवी गृहणी थी। पर मां विमला देवी घर में सिलाई, बुनाई करती थीं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते नंदी सिर्फ इंटरमीडिएट तक पढ़ सके। बचपन मे टॉफी पर रैपर लगाने,त्योहारों पर पटाखा,गुब्बारा,सजावटी सामानों की छोटी सी दुकान लगाने वाले नन्दी का बचपन आर्थिक तंगी में बिता। बाद में नन्दी ने मिठाई की दुकान भी खोली। इसके बाद एक ट्रक लिया। गुड़,घी और दवाओं की दुकान भी खोली। एक रिश्तेदार के साथ ईट भट्टे का कारोबार शुरू किया। सफ़र आगे बढ़ा आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने पर नंदी ग्रुप आफ कंपनीज चल रही है। बतादें, वर्तमान में नंद गोपाल गुप्ता (नंदी) 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इलाहाबाद दक्षिण सीट से बीजेपी उम्मीदवार हैं।

अब हैं करोड़पति

चुनाव आयोग में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार नंद गोपाल गुप्ता नन्दी ने अपनी कुल संपत्ति 37.3 करोड़ रुपए घोषित की है। इसमें Rs 14.7 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 22.6 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति शामिल है। कुल देनदादरी 5.1 करोड़ की है।

2007 में बने कैबिनेट मंत्री

नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने वर्ष 2007 में बसपा में शामिल होकर राजनीतिक पारी शुरू की। नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने इलाहाबाद दक्षिण से चुनाव जीता। उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता केशरीनाथ त्रिपाठी को हराया। बड़ी उपलब्धि को देखते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया।

लेकिन 2012 के चुनाव में नंद गोपाल गुप्ता नंदी सपा प्रत्याशी हाजी परवेज अहमद से 414 मतों से पराजित हुए। इसके बाद उनकी पत्नी अभिलाषा गुप्ता 2012 में हुए नगर निगम चुनाव में महापौर चुनी गईं। 2014 लोकसभा चुनाव में मंत्री नंदी कांग्रेस के टिकट से इलाहाबाद संसदीय सीट के प्रत्याशी रहे और एक लाख से अधिक मत हासिल किए। और भाजपा के श्यामाचरण गुप्त से पराजित हुए। इसे देखते हुए कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में उन्हें मंडल प्रचार प्रभारी बनाया।

भाजपा में हुए शामिल बने दुबारा मंत्री

2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी में शामिल हुए और इलाहाबाद दक्षिण सीट से चुनाव जीते।सपा विधायक परवेज अहमद टंकी को हराया।बीजेपी सरकार कैबिनेट मंत्री का पद हासिल किया।

वर्तमान में हैं कैबिनेट मंत्री

2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में में प्रयागराज दक्षिण से उम्मीदवार बने। 2022 में फिर प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत कर विधायक और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने।

अतीक अहमद से भी जुड़ा नाता

नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर आपराधिक मामलों की बात करें तो उनके ऊपर कुल 13 आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद बहन आयशा व असरफ की पत्नी जैनब ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैबिनेट मंत्री नंदी पर अतीक अहमद पर 5 करोड़ रुपए लेने ,वापस न देने ,फोन न उठाने का खुला आरोप लगाया था।

आरोपों का नन्दी ने किया खंडन

हालाकिं नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने इसका खंडन भी किया। फिलहाल महापौर चुनाव के दौरान नदी के इस रवैये को पार्टी किस रूप में लेगी, यह देखने वाली बात होगी। कुछ लोग इस विरोध को दबाव की राजनीति के रूप में भी ले रहे हैं।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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