दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
माफिया अतीक और अशरफ की हत्या के बाद शहर में दूसरे दिन भी इंटरनेट सेवा ठप रही। बावजूद इसके तरह तरह की अफवाह उड़ती रही। कहीं शाइस्ता के आत्महत्या की बात कही जाती रही तो कहीं जैनब फातिमा की। किसी ने यह कहा कि दोनों माफिया की पत्नियों ने पुलिस के सामने समर्पण कर दिया।
इसी बीच यह भी हवा उड़ी की गुड्डू मुस्लिम पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। उसे शहर में लाया जा रहा है। रविवार को दोनों माफिया के दफन किए जाने के समय से ही कहा जाने लगा कि शाइस्ता कब्रिस्तान में पहुंच चुकी हैं। किसी ने कहा कि वह हिरासत में है, जल्द ही कई बड़े राज खुलने वाले हैं।
इसी तरह की बात जैनब को लेकर भी होती रही। तमाम लोगों ने नैनी में बंद अली को लेकर भी चर्चा की। बोले, उसकी तबीयत खराब है। अंत में सरकारी सूत्रों को स्पष्टीकरण भी जारी करना पड़ा कि वह पूरी तरह से स्वस्थ है। जो भी सूचना इस तरह की प्रसारित हो रही हैं वह गलत हैं। कुछ मोहल्लों में उपद्रव की भी अफवाह फैली जबकि सभी जगहों पर शांति रही।
पाकिस्तानी कनेक्शन की जांच का क्या होगा
पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) पर लिए गए माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या से एक घंटे पूर्व दोनों की निशानदेही पर धूमनगंज पुलिस ने बड़ी बरामदगी की थी। शनिवार रात कसारी-मसारी में नाटे तिराहे के पास स्थित एक खंडहरनुमा मकान में छिपाकर रखी गई दो पिस्टल और पांच पाकिस्तानी कारतूस सहित कुल 58 कारतूस बरामद की गई। इस आधार पर अब अतीक का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया था।
Author: samachar
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