राकेश तिवारी की रिपोर्ट
गोरखपुरः गोरखपुर चिड़ियाघर के डिप्टी रेंजर पर महिला स्टाफ के साथ छेड़खानी का आरोप लगा है। महिला की शिकायत पर मनचले डिप्टी रेंजर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। उन्हें तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर कानपुर ट्रेनिंग और रिसर्च सेंटर भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, इससे पहले भी डिप्टी रेंजर एक महिला के साथ एकतरफा आशिकी की वजह से दंडित हो चुके हैं।
गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खां चिड़ियाघर के डिप्टी रेंजर साहब का दिल इतना आशिक मिजाज है कि वह मानता ही नहीं है। एक बार फिर उन्होंने चिड़ियाघर प्रशासन को शर्मसार करते हुए अपनी महिला स्टाफ के साथ छेड़खानी कर इसका परिचय दे दिया है। इसकी शिकायत पीड़ित महिला ने डायरेक्टर साहब से की तो डायरेक्टर एच राजा मोहन ने डिप्टी रेंजर साहब को तत्काल प्रभाव से कानपुर ट्रेनिंग और रिसर्च सेंटर भेज दिया है।
बता दें कि डिप्टी रेंजर साहब इसके पहले भी अपने हरकतों की वजह से चर्चा में रहे हैं। राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दुधवा नेशनल पार्क से आई एक महिला स्टाफ के साथ भी इन्होंने अपनी आशिकी का इजहार किया था। महिला की शिकायत के बाद जांच में आरोप की पुष्टि होने पर उन्हें चार्जशीट जारी की गई थी और अस्थाई तौर पर वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई भी हुई थी। बावजूद इसके डिप्टी रेंजर साहब की हरकतें कम नहीं हुई और उन्होंने अपनी महिला स्टाफ के साथ ही फिर से वही हरकत कर दी।
क्या कहना है चिड़ियाघर के डायरेक्टर का
चिड़ियाघर के निदेशक डॉ एच राजा मोहन ने बताया कि डिप्टी रेंजर के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें मिली थीं। उन्हें बार-बार चेताया जा रहा था। पूर्व में इसी तरह की एक मामले में इन्हें दंडित किया जा चुका है। बावजूद इसके इनकी हरकतों में कोई कमी नहीं आ रही थी। हालिया मामले को मैंने संज्ञान में लिया और जांच कराई तो इनके खिलाफ मामला सही पाया गया। तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए उन्हें अन्यत्र स्थानांतरित किया जा रहा है और इस नए मामले में उच्चस्तरीय जांच कराई जा रही है।
Author: samachar
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