कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
जालौन- जनपद जालौन के थाना कंदौरा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़ा गांव में बिना किसी लीगल टैंडर के अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध बालू खनन का काम धड़ल्ले से हो रहा है। बालू खनन माफियाओं की गुंडागर्दी के बल पर ग्रामीणों की खड़ी फसलों को नुक्सान पहुंचाया जा रहा है। बेतवा नदी से पोकलैंड मशीनों से लगातार ओवरलोडिंग गाड़ीयों की आबाजाही देखी जा सकती हैं। लेकिन जिला अधिकारी उरई जालौन के नेतृत्व में चल रही अबैध खदानों पर अंकुश लगाने की बजह और तेजी से बालू खनन कराया जा रहा है।
आपको बताते चलें कि विगत कई दिनों से बालू खनन माफियाओं की मनमानी की खबरें सैकड़ों बार समाचार पत्रों में प्रकाशित की जा रही हैं। साथ ही पत्रकारों द्वारा जिला अधिकारी जालौन को फोन के माध्यम से अवगत कराया गया साथ ही खनन विभाग के अधिकारियों को जानकारी देने पर भी शासन प्रशासन के अधिकारियों ने खनन माफियाओं के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। सूत्रों के अनुसार खनन माफिया ग्वालियर का रहने वाला सूबेदार सन ऑफ गेंदालाल, बल्लू, सन ऑफ मुल्लू, भवानी वीर, सन ऑफ जिया लाल, कामता, सन ऑफ भरोसी हमीरपुर से तेरा नंबर खदान चला रहे हैं और जिला जालौन के ग्राम बड़ा गांव से भी अवैध खनन कर रहे हैं। खनन माफिया अनिल दिक्षित ग्वालियर वाले, महर उद्दीन बाबा, सन ऑफ सन ऑफ उल्ला यह खदान इंचार्ज यह जिला जालौन का है। ग्राम चतेला थाना कदौरा का निवासी है। लोकल स्तर से गरीब व्यक्तियों को धमका कर जबरन दादागिरी से अवैध खनन कर रहा है। यह यह घाट बिल्कुल अवैध है। इसके कोई लीगल पेपर नहीं हैं। इसमें प्रशासन की मिलीभगत से यह अवैध खनन कर रहा है और गरीबों को डरा धमका कर उनसे कहता है कि जो मैं तुम्हें ₹5000 दे रहा हूं ले लो वरना मैं तुम्हें कुछ भी नहीं दूंगा और जो मेरा कर पाओ तो कर लेना। दबंग खनन माफियाओं से शासन प्रशासन के अधिकारियों का गठजोड़ बना हुआ है इसलिए पुलिस प्रशासन से उपजिलाधिकारी धन उगाही करने में व्यस्त हैं। आने वाले समय में बरसात शुरू होने से पहले खनन माफियाओं को अधिकारियों ने खुली छूट दे रखी है।
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यदि आज की स्थिति में देखा जाय तो हजारों ट्रक ओवरलोड वाहनों के द्वारा बालू नदियो से निकाल कर डम्प की जा रही हैं। आज भी जिला हमीरपुर में बेतवा नदी से वर्मा नदी के बीचोबीच अवैध पुल बना कर अबैध बालू खनन की जा रही हैं। जबकि कुछ दिन पूर्व में जिला अधिकारी हमीरपुर के द्वारा कारवाई की जा चुकी। साथ ही कई घाट सीज होने के उपरांत पेनल्टी लगा कर पुनः खदानों को चालू करा दिया गया। लेकिन अवैध पुल के निर्माण को ध्वस्त नहीं कराया गया। उत्तर प्रदेश में चल रही योगी सरकार के अधिकारियों में धन उगाही करने का सिलसिला जारी है। कोई भी अधिकारी खनन माफिया के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई करने को तैयार नहीं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."