दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुरः उत्तर प्रदेश के कानपुर में करौली सरकार बाबा पर कमिश्नरेट पुलिस की खूब मेहरबान है। नोएडा के डॉक्टर सिद्धार्थ चौधरी को करौली सरकार ने अपने गुर्गों से बंधक बनाकर पिटवाया था, जिसमें डॉक्टर के नाक की हड्डी और सिर फूट गया था। पुलिस ने जमानती धाराओं में केस दर्ज बाबा का रास्ता बेहद आसान कर दिया है जबकि मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर जान से मारने की धाराओं में मुकदमा बनता था। करौली सरकार के एक बाद एक नए मामले सामने आ रहे हैं। बाबा से आम लोग ही नहीं बीजेपी नेता भी पीड़ित हैं।
कानपुर में रहने वाले बीजेपी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक रवि सतीजा का स्वरूप नगर थाना क्षेत्र में नादरी कार्नर स्थित फ्लैट था। रवि सतीजा ने आरोप लगाया है कि बाबा और उसके गुर्गों ने ताला तोड़कर कब्जा और धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस विभाग बाबा के कई भक्त उसे अंदर की जानकारी मुहैया कराते रहते हैं।
पुलिस विभाग में बाबा की पैठ
बीजेपी नेता ने स्वरूप थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई थी। बीजेपी नेता रवि सतीजा का कहना है कि बाबा के रसूख के चलते पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाए उस मामले में एफआर लगवा दी। शुक्रवार को बीजेपी नेता एक बार फिर से पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से न्याय की गुहार लगाई है। कमिश्नर ने क्राइम ब्रांच को जांच सौंपी है। बाबा की पुलिस विभाग में जबरदस्त पैठ है, उसके विभीषण विभाग के पल-पल की जानकारी देते हैं।
तीन बार आईओ बदले और तीनों बार एफआर लगी
बीजेपी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक ने बताया कि मेरे मामले में तीन बार आईओ बदल दिया गया। तीनों बाद विवेचक बदलने के बाद मामले में एफआर लगा दी गई। जब मैंने 24 जनवरी 2023 को पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से मुलाकात कर बताया, उन्होने पूरे मामले को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया। जब मामला क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर किया, तो मुझे ऐसा महसूस होता है कि ब्रजेंद्र सिंह जो पुलिस कमिश्नर के पीआरओ हैं वो करौली सरकार उर्फ संतोष भदौरिया के खास आदमी हैं। ब्रजेंद्र सिंह करौली सरकार उर्फ संतोष सिंह भदौरिया को पूरी जानकारी देते थे। उन्होने वो कागज ही गायब करा दिया, और मामले में एफआर लगा कर कोर्ट चली गई। मैंने यह पूरी बात शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर को बताई है। बीपी जोगदंड ने कहा कि मुझे यह मामल फिर से दीजिए, और फिर से इस मामले की जांच कराई जाएगी। यदि कोर्ट में एफआर चली भी गई है, तो उसको भी निकलवा लूंगा।
समझ नहीं आता बाबा पर कैसे कार्रवाई होगी
उन्होंने कहा कि बाबा के खिलाफ कार्रवाई इस लिए नहीं हो पा रही है। वो बाबा हैं, और लोग डर जाते हैं। कहा जाता है कि बाबा लोगों के ऊपर जादू कर देते हैं, और बैलेंस कर देते हैं। लोग घबरा जाते हैं, और पुलिस जाती है तो नतमस्क हो जाती है। समझ नहीं आता है कि बाबा के खिलाफ कैसे कार्रवाई होगी।
अब लंदन भागने की फिराक में
करौली सरकार (Karoli Baba) उर्फ संतोष सिंह भदौरिया विदेशों में भी आश्रम खोलने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए जमीन भी चिह्नित कर ली गई है। कहा जा रहा है कि बाबा जमीन खरीद कर विदेशों में विदेशी भक्तों की बाधाओं को दूर करेगें। बताया जा रहा है कि बाबा के बड़े बेटे लव की ससुराल लंदन हैं। विदेश में आश्रम की आड़ में बाबा अपना नया अड्डा बनाने की फिराक में है। जिसके लिए फंडिंग भी शुरू हो गई।
सनातनी बाबा की बहु विदेशी है। करौली सरकार बाबा के बड़े बेटे ने एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान भारतीय मूल की विदेशी युवती से लव मैरिज की थी। युवती जन्म से परिवार के साथ लंदन में रह रही थी। करौली सरकार अपने बेटे की ससुरालियों की मदद से लंदन में कानपुर के लवकुश आश्रम से भी बड़ा आश्रम खोलने की तैयारी कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक यूट्यूब के माध्यम से विदेशों में रह रहे भारतीय मूल के नागरिकों की तरफ से विदेशों में आश्रम खोलने का आग्रह किया जा रहा है।
आश्रम में तैनात 250 कर्मचारियों के मोबाइल जब्त
करौली सरकार ने रविवार को आश्रम में नया फरमान जारी कर दिया है। आश्रम में तैनात लगभग 250 कर्मचारियों के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया। इसके साथ ही सख्त चेतावनी जारी की गई कि आश्रम का कोई भी शख्स मीडिया कर्मियों से बात नहीं करेगा। लवकुश आश्रम के अंदर की खबरें बाहर लीक हो रहीं थीं, जिससे बाबा नाराज थे। इसके साथ ही बाबा ने मीडिया कर्मियों से बात करने से इन्कार कर दिया है।
आश्रम में लग चुका है बॉलीवुड का तड़का
करौली सरकार के आश्रम में बॉलीवुड का भी तड़का लग चुका है। बीते 26 जनवरी को करौली सरकार के आश्रम में बॉलीवुड स्टार गोविंदा अपनी पत्नी के साथ आश्रम पहुंचे थे। गोविंदा ने बाबा के पैर छूकर उनको नमन किया था। इसके साथ ही बाबा की खूब जमकर तारीफ भी की थी। वहीं जानकारी के मुताबिक बाबा के आश्रम में भोजपुरी मूवी की शूटिंग भी हो चुकी है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."