सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
रामपुर : मिनी पंजाब कहे जाने वाले तराई क्षेत्र में एक बार फिर सिख अलगाववाद की आहट सुनाई पड़ी है। यूपी के रामपुर जनपद की कोतवाली बिलासपुर क्षेत्र में अलगाववादी संगठन “वारिस पंजाब दे” के प्रमुख अमृतपाल सिंह के समर्थन में पोस्टर लगा दिए गए हैं, जिसमें उसका समर्थन करने और रिहाई के लिए आंदोलन की अपील की है। इन पोस्टरों में केंद्र सरकार पर अमृतपाल की अघोषित गिरफ्तारी का आरोप लगाया गया है तथा अमृतपाल की रिहाई की अपील की गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल के समर्थन में लगे इन पोस्टरों में आगामी 26 मार्च को शाम 4 बजे बिलासपुर पुरानी मंडी से रैली निकालने को एकत्र होने की अपील की गई है। पोस्टर लगाए जाने की सूचना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया पुलिस ने अनंन फानन में पोस्टर फड़वा दिए और पोस्टर लगाने वाले लोगों की तलाश में जुट गई।
बीते गुरुवार को रात में कोतवाली बिलासपुर क्षेत्र के मोहल्ला शांति कॉलोनी निकट पंजाबी कालोनी स्थित नगरपालिका कम्प्लेक्स समेत कई जगह अलगाववादी अमृतपाल सिंह के समर्थन में पोस्टर लगाए गए। सुबह पुलिस को ज्यूँ ही पोस्टर लगाए जाएं जाने की सूचना मिली बिलासपुर कोतवाल नवाब सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और नगर पालिका कम्प्लेक्स के पिलरों पर अमृतपाल सिंह के समर्थन में लगे पोस्टर हटवाए।
पुलिस उपमहानिरीक्षक मुरादाबाद परिक्षेत्र शलभ माथुर बिलासपुर कोतवाली पहुंचे और अधिकारियों की बैठक ली जिसमे पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला, सी.ओ लाइन संगम कुमार, सीओ स्वार ओंकार नाथ शर्मा व कोतवाल नवाब सिंह भी मौजूद रहे। बैठक के बाद डीआईजी ने पुलिस बल के साथ नगर के विभिन्न मार्गों पर पैदल मार्च निकाला और लोगों को किसी अफवाह पर ध्यान न देने और शरारती तत्वों पर नजर रखने की अपील की।
डीआईजी, मुरादाबाद परिक्षेत्र शलभ माथुर ने बिलासपुर में लगे अमृतपाल के पोस्टर के सम्बंध में कहा कि स्थानीय सूचना इकाई यानी इंटेलिजेंस यूनिट है और जो स्थानीय पुलिस है वह अलर्ट है और मैं आपके माध्यम से यही अपील करना चाहूंगा कि इस तरह के पोस्टर्स या इस तरह के बहकावे के अंदर ना आए। इसी संबंध में कुछ लोगों से बात की गई है। वहीं, पुलिस अधीक्षक रामपुर ने जनता से अपील जारी की है जिसमें अमृतपाल के समर्थन में रामपुर जनपद के बिलासपुर क्षेत्र में लगाए गए पोस्टरों में केंद्र सरकार पर अमृतपाल की अघोषित गिरफ्तारी के आरोपों का खंडन करते हुए जनता से ऐसी अफवाहों पर धान न देने की अपील की गयी है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."