दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर । बुधवार को गाय पर शुरू हुआ ‘घमासान’ कुछ ही देर में सियासी हो गया। आरोप है कि नगर निगम महिला भाजपा नेता को पीट दिया। इसके बाद लोगों ने सड़क पर हंगामा प्रदर्शन किया। साथ ही थाने के सामने धरना देकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
भाजपा की जिला मंत्री ऋचा सक्सेना ने कहा, मैं आई तो मैंने देखा मंडल अध्यक्ष और मंत्री से बहस हो रही थी। मैंने बीच बचाव किया तो प्रवर्तन के अधिकारियों और पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आरके निरंजन ने मुझे पीटा। अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। मेरी सरकार में मेरे साथ अभद्रता हुई, कैसे काम चलेगा।”
गायों को पकड़ने पर शुरू हुआ था हंगामा
दरअसल, नगर निगम की टीम आवारा गायों को पकड़ने गई थी। इसके विरोध में हजारों लोग सड़क पर उतर आए। बाजार बंद करा दिया गया। नगर निगम की गाड़ी को घेर लिया और तोड़फोड़ का प्रयास किया।
साथ ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर ‘भारत माता जय’ के नारे लगाए। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को लाठीचार्ज की चेतावनी दी। इसके बाद प्रदर्शनकारी पीछे हट गए। माहौल तनावपूर्ण देखते हुए इलाके भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। मामला बादशाहीनाका सब्जी मंडी का है।
विधानसभा में गूंजा था मामला
कैटिल कैचिंग दस्ते के प्रभारी ले. कर्नल आलोक नारायण ने बताया कि विधानसभा में सड़कों पर घूम रहे अवारा जानवरों को लेकर शिकायत की गई थी। शिकायत का निस्तारण करने के लिए बादशाहीनाका में अभियान चलाया गया। लेकिन, स्थानीय नेता ने विरोध शुरू कर दिया। लोगों ने घंटाघर से परेड रोड का पूरी तरह बंद कर दिया। सड़क जामकर लोगों ने प्रदर्शन किया। नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की।
नगर निगम की गाड़ी पकड़ ली
क्षेत्रीय लोगों ने सड़कों पर उतरकर घंटाघर चौराहा से परेड रोड को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया। विरोध के बीच नगर निगम का प्रवर्तन दस्ता वहीं फंस गया। पुलिस ने प्रवर्तन कर्मचारियों को बादशाहीनाका थाने में बैठाया। लेकिन लोगों ने प्रवर्तन दस्ते की बस को पकड़ लिया।
पुलिस ने जारी की चेतावनी
भारी विरोध को देखते हुए एसीपी कलक्टरगंज तेज बहादुर सिंह सर्किल फोर्स के साथ पहुंचे। प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज की चेतावनी दी, जिसके बाद लोग पीछे हटे। फिलहाल रास्ता खोल दिया गया है। लेकिन माहौल अभी तनावपूर्ण बना हुआ है। हंगामे की वजह से करीब 1 घंटे से जाम की स्थिति बनी हुई है।
बंधी गाय खोलने पर लोगों ने किया हंगामा
क्षेत्रीय लोगों को आरोप है कि दस्ते ने बंधी हुई गाय खोलकर जब्त कर रही थी। इसका विरोध करने पर दस्ते के साथ मौजूद पुलिस ने स्थानीय लोगों को पीट दिया। इसके बाद लोगों ने विरोध शुरू किया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."