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19 January 2025 1:12 am

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पब्लिक स्कूल में गणतंत्र दिवस का पर्व धूमधाम से मनाया गया

30 पाठकों ने अब तक पढा

सुहेल खान की रिपोर्ट

बलरामपुर। शिक्षा क्षेत्र गैडास बुजुर्ग के अन्तर्गत H B C पब्लिक स्कूल शाहपुर तप्पा बाॅक में 74 वाँ गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया गया।

विद्यालय में बड़े धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ तिरंगा फहराया गया। तत्पश्चात् राष्ट्रगान का भावपूर्ण गायन किया गया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक समीउल्लाह व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रामकुमार प्रजापति द्वारा तिरंगा फहराया गया तथा उक्त अवसर पर उपस्थित सहायक अध्यापकों व कर्मचारियों को संविधान की प्रस्तावना की संकल्प दिलाई गई और उनके द्वारा गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं दी गई।

उक्त अवसर पर छात्र/छात्राओ को सम्बोधित करते हुये ग्राम प्रधान संगीता देवी ने कहा कि भारत के वीर सपूतों, महापुरुषों एवं क्रांतिकारियों के अथक संघर्ष एवं बलिदान के बाद 15 अगस्त 1947 को हमारे देश को आजादी मिली। आजादी मिलने के बाद इस देश को चलाने के लिए एक कानून एवं संविधान की आवश्यकता थी। इस संविधान को बनाने के लिए हमारे देश के तत्कालीन नायकों द्वारा संविधान सभा बनायी गयी जिसमे डॉक्टर भीम राव अंबेडकर को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई अनेक बैठकों के बाद हमारे देश का एक विस्तृत संविधान/सर्वोच्च कानून तैयार हुआ इसको 26 जनवरी 1950 को पूरे देश में लागू किया गया तथा उसी समय हमारे भारत के राष्ट्रपति एवं अपना शासन स्थापित हुआ।संविधान तो 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा एवं इसके ड्राफ्ट कमेटी के अध्यक्ष भारत रत्न डा0 भीमराव अम्बेडकर द्वारा तैयार कर लिया गया था, पर हमारे पूर्ण स्वराज का संकल्प कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में 1930 में 26 जनवरी को ही लिया गया था इसलिए उसी तिथि को हमारे राष्ट्र के तत्कालीन नायकों ने लागू करने का फैसला किया। हमारा संविधान विश्व का सबसे बेहतरीन संविधान है, इसको हमें बार-बार पढ़ना चाहिए इससे शासन, प्रशासन की विशेषताओं एवं उद्देश्यों का पता चलता है। जहां इसमें प्रशासन चलाने के लिए केन्द्रीय राज्य और जिला स्तर के त्रिस्तरीय प्रशासनिक प्रणाली है, वही सभी वर्ग के लोगों अल्पसंख्यकों, कमजोर वर्ग के लोगों के विकास के लिए उनको मुख्य धारा में लाने के लिए अनेक प्राविधान किये गये है। हम सभी लोगों का पावन कर्तव्य है कि राष्ट्र नायकों को नमन करते हुये संविधान के अनुसार सभी को अपने स्तर से अपने प्रशासनिक स्तर से खुले मन से न्याय दिलाने का कार्य करें। हमारे संविधान में जहां मूल अधिकार दिये गये है वही पर मूल कर्तव्य भी दिये गये है इसलिए हमारा पावन कर्तव्य है कि अपने अधिकारों को जानते हुये अपने कर्तव्यों का जहां भी हो राष्ट्र के निर्माण में, समाज के निर्माण में विश्व बन्धुत्वा बढ़ाने के लिए, अच्छे सद्भाव बढ़ाने के लिए कार्य करें। कोई व्यक्ति को न्याय नही मिल रहा है तो उसको भी हमें अपने संवैधानिक प्राविधानों के अनुसार संकल्पित होकर न्याय दिलाने के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होने कहा कि बसंत पंचमी के अवसर पर आप सभी को हार्दिक बधाई देती हूं तथा अपने-अपने दायित्वों के समयबद्वता, गुणवत्ता के साथ निर्वहन करने के लिए आहवान करती हूं तथा सभी को पुनः बधाई देती हूं।

 

इस मौके पर छात्र/छात्राओं द्वारा अनेक प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे नाटक में बाल विवाह, झांकी, सरस्वती बंदना, स्वागत गीत और अन्य प्रकार के कार्यक्रमों को प्रस्तुत कर उपस्थिति लोगों के मन को मोह लिया और उनके हौसले को अफजाई करने के लिए कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र/ छात्राओं को उपहार भेट किया गया।उक्त अवसर पर अनेक सहायक अध्यापकों ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये।

इस मौके पर अध्यापक/अधापिकाएं सावरीन खान , वन्दना सिंह ,राम सूरत भारती, शिव प्रसाद वर्मा ,नुसरत फातमा, प्रधान प्रतिनिधि रामकुमार प्रजापति समेत काफी संख्या में छात्र/ छात्राए व अभिभावक मौजूद रहे।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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