ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट
मथुरा। 17 साल से साधु का वेश धारण कर चकमा दे रहे ब्रह्मगिरी को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हापुड़ और मथुरा पुलिस ने इस फर्जी बाबा को लूट के मामले के तहत हिरासत में लिया है। यह फर्जी बाबा मथुरा के पिलखुवा गांव के सिखेड़ा के शिव हरि मंदिर में साधु बनकर रह रहा था।
फर्जी बाबा का असली नाम अजय शर्मा उर्फ ब्रह्मगिरि है। वह बाबूगढ़ क्षेत्र का निवासी है। पुलिस के मुताबिक, उसने मथुरा जिले के हाईवे थाना क्षेत्रों में साल 2005 में लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इसमें थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के रहने वाले अजय शर्मा के साथ 3 लोगों को नाम दर्ज कराया गया था।
इनाम घोषित मुजरिम था ब्रह्मगिरी
अजय शर्मा उसी वक्त से फरार था। पुलिस को खोजबीन के बाद पता चला कि अजय शर्मा सिखेडा के शिव मंदिर में साधु बनकर रह रहा है। पुलिस के मुताबिक, उस पर पहले 5 हजार इनाम घोषित किया गया था। पिछले दिनों पुलिस अधीक्षक ने इनाम की धनराशि को 25 हजार रूपये कर दी। इसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस ने करवाई की।
वेश बदलकर 17 साल से रहता था मंदिर में
मथुरा पुलिस के मुताबिक, आरोपी पर पिछले कई दिनों से निगरानी किया गया था। गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने बताया कि लूट के बाद पिछले 17 साल से वेश बदलकर मंदिर में रह रहा था। भाई अरुण शर्मा ने उसे मारपीट कर घायल कर दिया था। इसकी वजह से उसने दाढ़ी और बाल कटवा दिए।
अजय शर्मा उर्फ ब्रह्मगिरि साधु के रूप में मजे की जिंदगी जी रहा था। हमेशा गाड़ियों में घूमता रहता था। राजनीति में भी अच्छी पकड़ का दावा करता था। साधु के भेष में सालों से छिपा लुटेरा अपने आप को लखनऊ से लेकर दिल्ली तक बड़ों लोगों के नजदीक बताता था।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."