दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अपराध हमारा आर्थिक विकास नहीं कर सकता, ये हमें गर्त की ओर ले जाता है। यह बात एक बार फिर साबित हुई है। लूट के जिस आरोपी को पुलिस पिछले तीन साल से तलाश रही थी वो पड़ोसी राज्य में मजदूरी करता हुआ मिला। यूपी पुलिस UP Police के रिकार्ड में ये कोई साधारण आदमी नहीं था बल्कि एक शातिर लुटेरा था। इसके विपरीत ये व्यक्ति पंजाब में खानाबदोश वाली जिंदगी जी रहा था। खुद एसपी देहात ने पत्रकार वार्ता में बताया कि पकड़े गए आरोपी के पास मोबाइल फोन तक नहीं मिला।
जानिए पूरा मामला
वर्ष 2018 में नकुड़ थानाक्षेत्र के गांव खेड़ा अफगान में एक महिला से लूट हुई थी। सहारनपुर एसपी देहात सूरज राय के अनुसार लूट की इस घटना को दो लोगों ने अंजाम दिया था। पुलिस ने अनिल पुत्र भान सिंह निवासी शामली को कर लिया था लेकिन मुख्य आरोपी जीत कुमार उर्फ जीत निवासी शामली फरार हो गया था। जब जीत का कोई पता नहीं चला तो पुलिस ने इस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया। वर्ष 2018 से ही पुलिस इसकी तलाश कर रही थी।
ऐसे हुई गिफ्तारी
नकुड़ थाना पुलिस को सूचना मिली कि जीत पड़ोसी राज्य पंजाब में रह रहा है। सूचना देने वाले मुखबिर ने ये भी बताया कि वह सोमवार को किसी काम से सहारनपुर आएगा। इसी सूचना पर पुलिस ने जीत को गिरफ्तार कर लिया। जब इससे पूछताछ की गई तो पता चला कि लूट की घटना के बाद वह पंजाब चला गया था। पंजाब में ही खानाबदोश की तरह रह रहा था। जब बिना स्किल कोई काम नहीं मिला तो थोड़ा-बहुत रंगाई पुताई सीख ली। इसके बाद से पंजाब में ही 250 रुपये तक की मजदूरी करके अपना काम चला रहा था।
न्यायालय ने भेजा जेल
पकड़े गए आरोपी को नकुड़ थाना पुलिस ने न्यायालय के समक्ष पेश किया। न्यायलय ने आरोपी को जेल भेज दिया है। अब नकुड़ पुलिस इस कामयाबी के बाद 25 हजार रुपये के इनाम की हकदार हो गई है। पुलिस टीम ने इस इनाम के लिए विभाग में क्लेम भी कर दिया है। इस पूरे मामले में नकुड़ पुलिस का कहना है कि पकड़ा गया युवक बेहद शातिर अपराधी है। पुलिस से बचने के लिए मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं कर रहा था। इसके कब्जे से एक तमंचा भी बरामद हुआ है। पुलिस का दावा है कि ये शातिर अपराधी जल्द ही एक और वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
Author: samachar
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