आर के मिश्रा की रिपोर्ट
कर्नलगंज,गोण्डा। स्थानीय तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत छिटनापुर में कटरा बाजार मार्ग पर स्थित करीब बीस बीघे चारागाह की बेशकीमती भूमि पर प्रधानी की राजनीति के चलते दशकों से अवैध कब्जा बरकरार है। अवैध कब्जेदारों में सरकारी आवास पाये कई लोगों के नाम शामिल बताये जाते हैं।
प्रकरण तहसील कर्नलगंज के अन्तर्गत हलधरमऊ विकास खंड क्षेत्र के ग्रामपंचायत छिटनापुर से जुड़ा है,मिली जानकारी के मुताबिक गाँव में प्रधानी की राजनीति के तहत बालपुर से कटरा बाजार रोड पर करीब बीस बीघा चारागाह की भूमि पर दर्जनों लोग दो दशक से अवैध कब्जा जमाये हुए है। इससे यहां पशुओं के चरने व रहने के लिए कोई भूमि नहीं बची है।
ग्रामीणों का कहना है कि मौजूदा व पूर्व प्रधान प्रधानी की राजनीति के तहत इसको खाली नहीं करवा रहे है। वहीं इसके अवैध कब्जेदारों में सरकारी आवास पाये करीब आधा दर्जन लोगों का नाम शामिल है। ये गांव में बने सरकारी आवास में न रहकर तालाबन्दी करके चारागाह की भूमि पर अवैध कब्जा परिवार सहित जमाये हुए हैं। इससे इस क्षेत्र के पशुओं के चरने व रहने की परेशानी हो गई है। छुट्टा जानवर पशु घूमते हुए किसानों की फसल को क्षति पहुँचा रहे है। गांव के किसानों को इसके चलते भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि करीब दो साल पहले सरकारी योजना के तहत छिटनापुर गांव में यहां के निवासी दिनेश कुमार,गोली, रहीम लाल, मिन्दर, शेषे,भानु,छांगुर समेत करीब एक दर्जन लोगों को आवास मुहैया कराया गया। इनमें से आधे से अधिक लोग सरकारी आवास में तालाबन्दी करके चारागाह की बेशकीमती भूमि पर अवैध कब्जा किये हुए है और अपने आवास में नहीं रह रहे हैं। इनमें से तो कई आवासों में खिड़की दरवाजे तक नहीं लगाये जा सके है और उनका निर्माण आधा अधूरा पड़ा हुआ है।
इस संबंध में ग्राम पंचायत अधिकारी रवि नन्दन सिंह का कहना है कि जब इन लोगों को सरकारी आवास दे दिया गया और अब उसमें वे नहीं रहना चाहते तो हम लोग क्या कर सकते हैं।
Author: samachar
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