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November 1, 2024 8:11 pm

खुद नहीं बन पाए आईएएस लेकिन इन बच्चों की आंखों में इसकी अलख जगाने वाले इस पुलिस वाले को जानिए

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

गोंडा: पुलिस का नाम सुनते ही आम हो या खास एक बार डर जरूर जाता है। हालांकि उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान इस छवि को बदलने में जुट गए है। यहां जवान डर नहीं बेहतर शिक्षा की गरीब बच्चों में अलख जगा रहे हैं। 

गोंडा जिले से एक सिपाही ड्यूटी के साथ ही समाज में पुलिस को छवि को बेहतर बनाने का काम कर रहा है। सिपाही मो. जाफर अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद रोज एक घंटे गरीब बच्चों को निशुल्क पढ़ाते है। मो. जाफर चचरी पुलिस चौकी के बगल रोज पुलिस सर की पाठशाला एक पेड़ के नीचे चलाते है। यहां वो किसी भी बच्चे से फीस नहीं लेते।

पुलिस सर की इस पाठशाला में कक्षा 1 से 10 तक के बच्चे ट्यूशन पढ़ने आते हैं। यहां एक घंटे में बच्चों को गणित, साइंस समेत लगभग सभी विषयों की क्लास करने को मिलती है। इसी पाठशाला में नवोदय स्कूल में एडमिशन लेने की तैयारी करने वाले भी बच्चे ट्यूशन पढ़ते है। रोज ट्यूशन पढ़ने आने वाले 7वीं क्लास के करन और शिवानी कश्यप का कहना है कि पुलिस सर बहुत ही शानदार पढ़ाते है। उन्हें इससे काफी मदद मिलती है। प्राइवेट ट्यूशन पढ़ने के लिए उनके पास पैसा नहीं था, लेकिन मो. जाफर सर की क्लास ने काफी मदद कर दी। दो बच्चों के पिता रणवीर सिंह का कहना है कि पुलिस सर रोजाना बच्चों को निशुल्क पढ़ाते है। ये बहुत ही शानदार पहल है।

सिविल सर्विसेज में जाना चाहते थे मो. जाफर

सिपाही मो. जाफर का कहना है कि अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद वह घूमने-टहलने नहीं जाते। इसकी जगह रोज गरीब बच्चों को विद्यादान करते है। साइंस से ग्रेजुएशन करने वाले मो. जाफर का सिविल सर्विसेज में जाने का सपना था, जो नहीं पूरा हो पाया। मो. जाफर ने आईएएस और आईपीएस बनने का सपना देखा था। अब वह चाहते है कि मेरे पढ़ाए इन बच्चों में कोई भी अगर कामयाब हो गया तो उनकी ख्वाहिश पूरी हो जाएगी।

उन्होंने बताया कि गोंडा जिले के करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र के चचरी पुलिस चौकी के बगल रोजाना शाम को 4 बजे पुलिस सर की यह पाठशाला चलती है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."