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November 23, 2024 9:59 am

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कत्ल को मौत की तरह अंजाम देने वाली इस कातिल पत्नी के शैतानी दिमाग की दाद देनी पड़ेगी….

14 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

कानपुर। उसे कत्ल करना था मगर कुछ ऐसे कि वो मौत लगे। यानी ना तो मामला पुलिस तक जाए और ना ही मामले की जांच हो। और उसने सचमुच ऐसे ही कत्ल किया। किसी को पता ही नहीं चला के मरने वाला खुद मरा या फिर उसे मारा गया। मगर कत्ल करने वाले से एक छोटी सी गलती हो गई। और इसी छोटी सी गलती को पकड़कर पुलिस कत्ल और मौत के बीच के फर्क तक जा पहुंची।

कानपुर के 40 साल के कारोबारी ऋषभ त्रिपाठी को डायबिटीज की बीमारी थी। उसे अपना शूगर कंट्रोल करने के लिए नियमित रूप से दवाएं लेनी पड़ती थी। एक रोज उसकी पत्नी सपना ने अपने पड़ोस में मौजूद एक मेडिकल शॉप ओनर से बात की और ऋषभ का ब्लड शूगर कंट्रोल करने के लिए उसे एक इंजेक्शन लगवा दिया। लेकिन इंजेक्शन लगाते ही मामला उल्टा पड़ गया। ब्लड शूगर नीचे जाने की जगह अचानक ही शूटअप कर गया और ऋषभ की हालत बिगड़ गई।

अस्पताल से आने के बाद ऋषभ त्रिपाठी की मौत

आनन-फानन में सपना ने घरवालों की मदद से अपने पति ऋषभ को कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पांच दिनों तक उसका इलाज चला और फिर उसे छुट्टी दे दी गई। लेकिन घर लौटने के बाद उसकी हालत सुधरने की जगह फिर से बिगड़ गई और आखिरकार घर वापसी के दो दिनों बाद उसकी मौत हो गई। इस बार जब उसे फिर से अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने पाया कि उसके लिवर समेत शरीर के कई अंदरुनी अंगर बुरी तरह से खराब हो चुके थे यानी ये मल्टी ऑर्गन फेल्योर का मामला था।

मौत की कहानी में ट्विस्ट

एक जवान जहान शख्स की ये मौत शक के घेरे में थी। लिहाज़ा, पुलिस ने ऋषभ की लाश का पोस्टमॉर्टम भी करवाया। लेकिन पोस्टमॉर्टम में मौत की कोई भी खास वजह सामने नहीं आई। हालांकि पुलिस ने ऋषभ की मौत के तरीके को देखते हुए उसका बिसरा जांच के लिए सुरक्षित रखवा लिया। लेकिन इससे पहले कि ऋषभ की मौत की सच्चाई सामने आती, उसकी कोई वजह पता चलती, कहानी में एक ट्विस्ट आ गया।

27 अक्टूबर को हुआ था जानलेवा हमला

हुआ यूं कि ऋषभ के यूं रहस्यमयी तरीके से मारे जाने से कुछ रोज पहले 27 अक्टूबर को ही उस पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला किया था। हमला इतना भयानक था कि तब ऋषभ को कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था और तब से लेकर अब तक पुलिस लगातार उस मामले की जांच कर रही थी। ऋषभ पर हुए उस हमले का इल्ज़ाम उसके पड़ोस में रहनेवाले रामकृष्ण विश्वकर्मा पर था, जिसके खिलाफ ऋषभ की पत्नी सपना ने बाकायदा रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी।

हमलावरों से हुई थी सपना की बात

लेकिन इस मामले की जांच में लगी कानपुर पुलिस तब हैरान रह गई, जब एक चौंकानेवाली सच्चाई सामने आई। पुलिस ने ऋषभ पर हुए हमले की जगह पर कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबरों की पहचान की थी, जिनकी जांच जारी थी। लेकिन जब जांच आगे बढ़ी तो पुलिस ने पाया कि इन संदिग्ध नंबरों पर ऋषभ के पड़ोसी विश्वकर्मा की नहीं, बल्कि खुद ऋषभ की पत्नी सपना की कई बार बातचीत हुई है।

सपना को मिला था मैसेज- काम हो गया

यानी जो हमलावर शक के घेरे में थे, उन हमलावरों से इस मामले के आरोपी विश्वकर्मा के नहीं बल्कि खुद ऋषभ की पत्नी के संबंध नजर आ रहे थे। और तो और पुलिस को तफ्तीश में कुछ ऐसे मोबाइल चैट भी मिले, जिनमें किसी शख्स ने हमले वाले रोज सपना को मैसेज भेजा था कि काम हो गया, जबकि सपना ने पलट कर उसे लिखा था कि वो तो बच गया।

ऋषभ की पत्नी ने खोला राज

अब पुलिस ने बगैर देर किए फौरन सपना को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ शुरू कर दी। पहले तो सपना ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की लेकिन जब पुलिस ने उसका सबूतों से सामना करवाया, तो वो टूट गई। उसने ना सिर्फ ऋषभ पर हमला करवाने की बात कबूल कर ली, बल्कि पूछताछ में उसे ये भी मानना पड़ा कि उसी ने गलत इंजेक्शन और दवाओं के ओवरडोज से अपने पति ऋषभ की जान ली है।

प्रेमी संग मिलकर रची खूनी साजिश

दरअसल, सपना और ऋभष की शादी 2020 में हुई थी। सपना उससे पहले राजू गुप्ता नाम के एक लड़के से प्यार करती थी। लेकिन शादी के बाद भी उसने राजू से अपने रिश्ते खत्म नहीं किए और चोरी-छुपे अपने आशिक से मिलती रही और फिर आखिरकार उसने अपने आशिक राजू के साथ मिलकर ही अपने पति ऋषभ के कत्ल की साजिश रची।

सुपारी देकर जान लेने की कोशिश

सपना ने पहले गुमनाम हमलावरों को अपने आशिक के जरिए 3 लाख रुपये की सुपारी देकर ऋषभ की जान लेने की कोशिश की। इसके लिए उसने अपने आशिक राजू की मदद से किराये के कातिलों को अपने पति ऋषभ का पता देने के लिए मुखबिरी की। 27 अक्टूबर को ऋषभ एक शादी में जा रहा था, सपना के बताने पर कातिलों ने उसे रास्ते में घेर कर उस पर हमला कर दिया। वो गंभीर रूप से घायल हो गया, लेकिन खुशकिस्मती से उसकी जान बच गई थी।

पड़ोसी को फंसाना चाहती थी सपना

सपना असल में एक तीर से कई शिकार करना चाहती थी। इसमें पति का क़त्ल, क़त्ल के इल्ज़ाम में पड़ोसी को फंसाना और पति की मौत के बाद उसके पैसों और प्रॉपर्टी पर अपने आशिक के साथ ऐश करना शामिल था। कुछ इसी इरादे से अपने पति पर करवाए गए हमले में उसने अपने पड़ोसी विश्वकर्मा के खिलाफ थाने में रिपोर्ट लिखवा दी थी। विश्वकर्मा के साथ सपना का किसी बात को लेकर पुराना विवाद था और उसे विश्वकर्मा को फंसाने का ये यही सही मौका लगा।

लेकिन तकदीर का खेल देखिए कि विश्वकर्मा को फंसाने के लिए उसने जो एफआईआर दर्ज करवाई थी, उसी एफआईआर की जांच करते हुए पुलिस उस तक पहुंच गई और आखिरकार उसे अपना गुनाह कबूल करना पड़ा।

पति को दिलाती थी दवाओं की ओवरडोज

अब बात ऋषभ की मौत और धीमे जहर से उसके कत्ल की साजिश की। सपना ऋषभ का कत्ल कुछ ऐसे करना चाहती थी, जिससे उसकी जान भी चली जाए और किसी को पता भी ना चले। कुछ इसी इरादे से उसने अपने पड़ोसी दवा दुकानदार सुरेंद्र को अपने भरोसे में लिया और उससे अपने पति को दवाओं की ओवरडोज दिलाने लगी।

पति को लगवाया था ग्लूकोज का इंजेक्शन

उधर, एक दिन मौका देख कर उसने सुरेंद्र से ही अपने पति को ग्लूकोज का इंजेक्शन लगवा दिया, जबकि ऋषभ पहले ही डायबिटीज का शिकार था। ऐसे में अचानक शरीर में ग्लूकोज बढ़ने से उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसकी जान चली गई। अपने पति की जान लेने के लिए सपना ने कितनी गहरी साजिश रची थी, इसका अंदाज़ा तफ्तीश के दौरान हुआ।

वीडियो कॉल पर प्रेमी से बात

पुलिस सूत्रों की मानें तो अपने पति को दवाओं की ओवरडोज देने के बाद सपना ने अपने आशिक राजू गुप्ता से वीडियो कॉल पर बात की और तब राजू ने उसे पति के लिए इलाज का नाटक करने की सलाह भी दी। यानी एक तरफ पति बिस्तर पर तड़प रहा था, उसकी मौत हो रही थी और दूसरी तरफ बीवी अपने आशिक के साथ जल्द से जल्द उसे मारने की कोशिश कर रही थी।

ऐसे ही किया था ससुर का मर्डर 

लेकिन इस कहानी का अंत यही नहीं था। पुलिस ने जब ऋषभ के कत्ल के मामले की तफ्तीश आगे बढ़ाई तो उसे एक और कत्ल का पता चला। ये कत्ल किसी और का नहीं बल्कि ऋषभ के बुजुर्ग पिता किशोर का था। पुलिस की मानें तो सपना ने कुछ इसी तरह दवाओं के ओवरडोज से पहले अपने ससुर किशोर की भी जान ली थी। लेकिन तब लोगों ने इसे सामान्य मौत समझा था।

सपना समेत पांच आरोपी गिरफ्तार

अब सपना की करतूतों को खुलासा हुआ है, तो उसने पुलिस की पूछताछ में फॉर्मासिस्ट के साथ मिलकर पहले अपने ससुर और फिर अपने पति का कत्ल करने की बात कबूल कर ली है। पुलिस ने इस मामले में सपना के अलावा, उसके आशिक राजू गुप्ता, दवा दुकानदार सुरेंद्र समेत चार से पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है। इस विवाहिता की खौफनाक साजिश के बारे में जानकर हर कोई हैरान है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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