कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। यह वीडियो रविवार शाम का है, जब बीटेक विभाग के छात्र फ्रेशर पार्टी कर रहे थे। इस दौरान जो गाना बज रहा वो अप्पतिजनक है। पूरे मामले पर विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर नीरज शुक्ला अप्पत्ति जताई। हालांकि इस दौरान उनकी भाषा शैली भी कुछ ठीक नहीं थी।
दोषी छात्रों के खिलाफ होगी कार्रवाई- प्रॉक्टर
वहीं इस संबंध में डॉक्टर नीरज शुक्ला ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में इस तरह के अशोभनीय गाने नहीं बजाने चाहिए। इस तरह के गाने विश्वद्यालय की गरिमा को खराब करते हैं। जो बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह शिक्षा का मंदिर है न कि कोई मनोरंजन का स्थान। इसीलिए इस गाने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि इस तरह का कृत्य क्यों और किसने किया है प्रशासन इसकी जांच कर रहा है। जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर लोग दे रहें ये प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद यूजर्स ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है। कुछ यूजर्स ने कहा है कि एक प्रॉक्टर को इस तरह की अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। एक अन्य ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को टैग करते हुए कहा है कि राजधानी लखनऊ के भाषा विश्वविद्यालय में एक प्रॉक्टर ऐसी निंदनीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह कहां तक सही है। एक अन्य यूज़र ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि जब एक प्रोफ़ेसर ऐसी अशोभनीय शब्दावली का उपयोग कर रहा है तो छात्रों को सही शिक्षा कैसे मिलेगी।
Author: samachar
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