Explore

Search
Close this search box.

Search

10 April 2025 11:28 pm

मुख्यमंत्री के पास शिकायत लेकर पहुंचा परिवार तो पढ़िए पुलिस ने कैसा कर दिया बुरा हाल, जानें पूरा किस्सा

63 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) शनिवार को मुरादाबाद (Muradabad) पहुंचे थे। मुरादाबाद में योगी आदित्यनाथ एक कार्यक्रम में मौजूद थे। उसी दौरान सीएम योगी से मिलने एक पति, पत्नी अपनी छोटी बच्ची के साथ कार्यक्रम में पहुंच गए। कार्यक्रम में पहुंचे पति-पत्नी सीएम योगी से मिलना चाहते थे, लेकिन पुलिस (UP Police) ने उन्हें रोक लिया और कार्यक्रम से बाहर कर दिया। परिवार एक एक शिकायत को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलना चाहता था।

लेकिन कुछ देर बाद सीएम योगी से मिलने पहुंची महिला की तबीयत खराब हो जाती है और पुलिस उसे अस्पताल में भर्ती करवा देती है। उसके बाद महिला एक सनसनीखेज आरोप लगाती है कि वह पिछले कई दिनों से अस्पताल में भर्ती होने के लिए अस्पताल के चक्कर काट रही है, लेकिन उसे बेड नहीं मिल रहा है। इसके साथ ही महिला ने आरोप लगाया कि अस्पताल में इलाज के नाम पर डॉक्टर रिश्वत मांगते हैं। बता दें कि पीड़ित महिला बानो के पित्त का ऑपरेशन होना था।

पीड़ित महिला बानो ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा, “सीएमओ साहब ने कहा था कि बिना रिश्वत के तुम्हारा ऑपरेशन होगा और उन्होंने पत्र लिख कर भी दिया था। इसके बाद हमने डॉक्टर को पत्र दिखाया था। उन्होंने उसे फेंक कर मारा। हमने डॉक्टर के हाथ पैर भी जोड़ें कि हम गरीब आदमी हैं, 4 बेटियां हैं, किराए पर रहते हैं, हमारे पास पैसे नहीं है। लेकिन उसके बावजूद हमसे 7000 रुपए की रिश्वत की मांग की गई। हमने डॉक्टर के हाथ पैर भी जोड़ें।”

इस घटनाक्रम के बाद मुरादाबाद के सीएमएस एनके गुप्ता (Muradabad CMS NK Gupta) ने कर्मचारी के खिलाफ जांच कमेटी बैठा दी और डॉक्टर से पूरे मामले पर सिर्फ स्पष्टीकरण मांगा गया। एनके गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जिसकी शिकायत पीड़ित महिला ने की है उसके खिलाफ में जांच कमेटी बैठा दी है और डॉक्टर से भी गम ने स्पष्टीकरण मांगा है और यह भी निर्देश दिया है कि आगे से ऐसे मामले सामने नहीं आने चाहिए। आगे भी जिसके खिलाफ शिकायत आएगी, उसके खिलाफ जांच बैठा दी जाएगी और डॉक्टर के खिलाफ भी हमने स्पष्टीकरण मांगा है।”

इस घटनाक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा फूट रहा है। लोग पुलिस के रवैए पर भी सवाल उठा रहे हैं कि जिस प्रकार से पति, पत्नी और बच्ची को सीएम योगी के कार्यक्रम से निकाल दिया गया, वो गलत था। हालांकि अभी तक इस पूरे मामले पर पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."