दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
जालौन: यूपी की योगी सरकार ग्रामीण इलाकों में पंचायत की भूमि पर हुए अवैध कब्जे को हटाने को लेकर काफी सख्त नजर आ रही है। जिसको देखते हुए लगातार ग्रामीण इलाकों में भी बुलडोजर गरज रहा है। वहीं, जालौन में इस कवायद को तेज करने के लिए नगर पंचायत में अनोखा काम कर दिखाया है। पंचायत ने ‘मुर्दे’ के नाम पर नोटिस जारी कर दिया है और अब मुर्दे से अवैध कब्जे को हटाने की बात कर रही है।
दरअसल, पूरा मामला जालौन की कदौरा नगर पंचायत का है। यहां पर अवैध जमीन को खाली करने को लेकर पंचायत ने एक मृतक महिला के नाम पर नोटिस जारी कर दिया है। इसमें कमाल की बात यह है कि वह महिला 3 साल पहले ही मर चुकी है। इस बात को लेकर परिजनों ने पहले भी आपत्ति जताई थी, लेकिन दोबारा फिर से नगर पंचायत ने गलती दोहराई है और मुर्दे के नाम का नोटिस जारी कर उससे अवैध कब्जे को खाली कराने की बात कर रही है।
ईदगाह की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर जारी हुए 74 नोटिस
शासन स्तर पर नगर पंचायत में सरकारी जमीन पर हुए अवैध कब्जे को मुक्त कराने के लिए लगातार अभियान चला रही है। इसी क्रम में मोहल्ला ईदगाह में 74 मकान मालिकों को खलियान की जमीन पर नोटिस जारी किया गया है। जिसमें से एक मृतक महिला के नाम पर नोटिस भेजा गया है, जिसकी 3 वर्ष पहले ही मौत हो चुकी है, लेकिन नगर पंचायत लगातार लापरवाही दिखा रही है। इसके पहले भी नोटिस जारी किया गया था, जिसमें परिवार ने आपत्ति जताई थी, लेकिन दोबारा से पंचायत ने गलतियों सुधार न कर फिर से नोटिस जारी कर दिया है।
सरकारी नोटिस में दामाद को बनाया पति
मृतका मुस्तरी के नाती शानू ने बताया कि जब 15 दिन पहले नोटिस आया तो उसने पंचायत कर्मियों का अगवत कराया कि मुस्तरी उसकी नानी थी, जिसकी मौत 3 साल पहले हो चुकी है, जबकि नाना शौकत खान की मौत 25 साल पहले हो चुकी है। नगर पंचायत ने नानी का मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया था। इसके बावजूद मृतक के नाम का नोटिस जारी कर दिया गया और उस नोटिस में मुस्तरी पत्नी समी लिखा है, जबकि समी उसके पिता है, लेकिन पंचायत ने दामाद को नानी का पति बना दिया।
अधिशासी अधिकारी पवन कुमार नगर पंचायत कदौरा का कहना है कि लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर नगर पंचायत में अवैध कब्जा का नोटिस जारी किया है। नाम को लेकर बड़ी गलती हुई है, जिसका सुधार कराया जा रहा है।
Author: samachar
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