दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद। यूपी में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। फर्रुखाबाद में एक मजदूर की बुधवार को पहले बेरहमी से पेड़ से बांधकर पिटाई की। इसके बाद उसे पानी की जगह जूते में भरकर पेशाब पिला दी। मजदूर के साथ बर्बरता भरी घटना को अंजाम देने वाले और कोई नहीं आपस में ससुर-दाम थे। उसके साथ जो बर्बरता हुई उसका वीडियो भी वायरल हुआ लेकिन पुलिस ने मुकदमे की धारा बदलने के लिए बड़ा खेल कर दिया। पेशाब पिलाने की जगह जूते में पानी भरकर पिला देने की तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया।
पीड़ित पन्नालाल ने बताया कि मथुरा से लखनऊ-गोरखपुर ट्रेन से वह मंगलवार शाम कासगंज आया जहां भीमसेन से मुलाकात हुई। बात-बात में उसने भी कहा कि उसे भी कंपिल जाना है। कंपिल स्टेशन पर दोनों ट्रेन से उतर गए। कंपिल फाटक के पास पन्नालाल अपना बैग भीमसेन के पास रखकर शौच को चला गया। जब लौट कर आया तो देख उसका बैग नहीं था। उसने जब जानकारी की तो भीमसेन ने सही जानकारी नहीं दी।
शक होने पर वह भीमसेन को अपने घर ले आया। उसे खाना खिलाया फिर पूछा तो उसने कहा कि बैग हमारी ससुराल खेतलपुर सौरिया में है। बैग उठाकर ससुर बालकराम को दे दिया था। मजदूर बुधवार सुबह खेतलपुर सौरिया गांव में बालकराम के घर बैग मांगने गया। पीछे से भीमसेन भी आ गया। बालकराम ने अपने दामाद भीमसेन और दो महिलाओं के साथ मिलकर उसे पकड़ लिया और पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटा। पानी मांगा तो जूते में भरकर पेशाब पिला दी।
घटना की जानकारी पर पुलिस मौके पर पहुंची और उसे बंधनमुक्त कराकर लेकर आई। इस मामले में पुलिस ने बुधवार रात ही बालक राम, भीमसेन और दो महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पन्नालाल का कहना है कि थाने के इंस्पेक्टर ने मुकदमा दर्ज होने से पहले उसकी तहरीर बदलवा दी। वह कहता रहा कि उसे जूते में भरकर पेशाब पिलायी गयी लेकिन इंस्पेक्टर ने कहा कि इससे बदनामी होगी इसलिए पानी पिलाने की बात लिखी।
हरकरनपुर गांव के मजदूर पन्नालाल के साथ मारपीट व बदसलूकी करने के करने के आरोपित खेतलपुर सौरिया गांव निवासी बालकराम और उसके दामाद भीमसेन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सीओ कायमगंज सोहराब आलम ने बताया कि आरोपित भीमसेन, कासगंज जनपद के सोरों का रहने वाला है। बैग में कपड़े और रुपये थे उसको भी बरामद कर लिया गया है। दोनो आरोपितों का पुलिस ने मेडिकल कराने के बाद चालान कर दिया है।
Author: samachar
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