इरफान अली की रिपोर्ट
देवरिया। गोर्रा और राप्ती नदी के रफ्तार पर लगाम से आमजन ने राहत की सांस ली गोर्रा नदी का जलस्तर एक फिट तक कम हुआ है लेकिन सवेदनशील स्थानों पर नदी का दबाव अभी भी बना हुआ है।
तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा पटवनिया और कृत्यपुरा गांव की आबादी पानी से घिरी हुई हैं तहसील प्रशासन ने प्रभावित गांवों में अबतक 95 लोगो को राहत सामग्री का पैकेट जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में वितरित किया है।
तीन सप्ताह पूर्व गोर्रा नदी के कटान से पिड़रा पुल के एप्रोच की मिट्टी अचानक तीन फीट तक धस गयी थी। लोक निर्माण विभाग द्वाराआनन फानन में आवागमन को रोक दिया गया था। बचाव कार्य के दौरान मिट्टी गिराने का कार्य भी पूरा कर लिया गया लेकिन लोक निर्माण विभाग द्वारा बड़े वाहनों का आवागमन आज भी रोक दिया गया है । बचाव कार्य के बाद भी पुल से बड़े वाहनों का आवागमन बाधित है। आवागमन बाधित होने से स्कूली छात्र छात्राओं और मरीजों को आने-जाने के साथ ही गोरखपुर और अन्य स्थानों को जाने वाले लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
इस बाबत उप जिला अधिकारी ध्रुव कुमार शुक्ला ने बताया कि मरम्मत कार्य करा रहे लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता जब तक आवागमन शुरू करने की इजाजत नहीं देते तब तक स्थानीय प्रशासन पुल से बड़े बाहनों को इजाजत नही दे सकता हैं। उधर समाजवादी पार्टी के आंदोलनकारी नेता और पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह उर्फ खोखा सिंह पिड़रा पुल निरीक्षण करके भाजपा सरकार को घेरने का कार्य किया उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के जनप्रतिनिधि गण आपदा के दौर में प्रभावित लोगों की समस्याओं के समाधान की जगह फोटो खिंचवाने में जुटे हैं पुल से आवागमन आज भी शुरू नही हुआ लोग परेशान है।
Author: samachar
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