संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : पूरा प्रदेश अकाल की चपेट में है। किसानों के घरों में लाले पड़े हैं। अभी तक झारखंड सरकार द्वारा एक रत्ती भी सुखाड़ के मद्देनजर किसानों के हित में नहीं सोंचा गया। न ही कोई राहत कार्य चलाया गया। राज्य सरकार को किसानों, गरीबों व मजदूरों के प्रति कोई ध्यान नहीं है। सरकार को केवल झारखंड की कुर्सी की चिंता है। तभी तो लगभग महीनों से अंचल कर्मचारी भी हड़ताल पर हैं।
उक्त सभी बातें भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामलला दुबे ने कही। उन्होंने कहा कि हजारों छात्र-छात्राओं का आय व निवास प्रमाण पत्र महीनों से लंबित है। छात्र-छात्राओं को नामांकन कराने में फॉर्म भरने में व नौकरी के लिए भी फॉर्म अप्लाई करने में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। यह निकम्मी झारखंड सरकार बेपरवाह व मूकदर्शक बनी हुई है। झारखंड सरकार की लापरवाही के कारण राजस्व कर्मचारी की हड़ताल की अवधि में छात्र-छात्राओं का आज निवास प्रमाण पत्र के बिना नामांकन नहीं हो सका। नौजवान बेरोजगारों का आय व निवास प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण तय समय सीमा तक नौकरी में भी नहीं जा सके। झारखंड सरकार को जवाब देना होगा। किसान सुखाड़ की मार झेल रहे हैं। सारे खरीफ फसल मारा गाया। रवि फसल की बोवाई का समय आ गया, लेकिन अभी तक सरकार जगी नही है। किसानों को राहत देने पर भी कोई पहल नहीं की जा रही है।
श्री दुबे ने कहा कि यदि राज्य सरकार राहत कार्य नही चलाती है तो मरता क्या नहीं करता। पूरे गढ़वा जिला के किसान आंदोलन करने को मजबूर होंगे। मौके पर शशि रंजन दुबे, रामलखन चंद्रवंशी, लालू साह, चन्द्रमणि मिश्रा, ऊदल विश्वकर्मा सहित कई भाजपा नेता उपस्थित थे।
Author: samachar
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