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19 January 2025 5:48 am

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बाढ़ का तांडव ऐसा कि विधायक जी लग्जरी कार की बजाय ट्रैक्टर से अपने घर पहुंचे ; वीडियो ? देखिए 

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

गोंडा। यूपी में बारी बारिश और बाढ़ ने बड़े पैमाने पर लोगों को प्रभावित किया है। पूर्वी यूपी के कई जिलों में बाढ़ की भयावहता दो दशक में पहली बार दिखी है। हालात यह है कि गरीब-गुरबा ही नहीं सांसद-विधायक और मंत्री भी बाढ़ के कारण परेशान हैं। उनके घरों तक बाढ़ का पानी पहुंच चुका है।

गुरुवार को सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह अपनी लग्जरी गाड़ी छोड़कर ट्रैक्टर पर सवार होकर घर पहुंचे। कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री का रास्ता भी बाढ़ के पानी ने रोक लिया। कैबिनेट मंत्री अपने पैतृक गांव नहीं जा सके और कस्बे स्थित आवास पर ही रुक गए। दो दशक बाद सांसद और पूर्व कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री के गांव तक बाढ़ का पानी चढ़ आया है।

पिछले कई दिनों से पश्चिमी यूपी और पहाड़ियों पर बारिश के बाद बाढ़ ने कहर ढाया हुआ है। नेपाल से भी यूपी में आ रहे पानी ने लोगों को परेशान कर दिया है।

नवाबगंज के इतिहास में पहली बार बाढ़ का पानी दिग्गजों की दहलीज तक पहुंच गया है। नतीजा माननीयों को मजबूरन लग्जरी गाड़ियों से उतरकर ट्रैक्टर का सहारा लेना पड़ रहा है।

 

कैसरगंज से भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को भी अपने आवास जाने के लिए ढेमवा रोड पर मंहगूपुर गांव के पास ट्रैक्टर का सहारा लेना पड़ा। इसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में सांसद के साथ नवाबगंज पालिका के चेयरमैन डा. सत्येन्द्र सिंह और सुरक्षाकर्मी भी ट्रैक्टर पर ही बैठे दिखाई दे रहे हैं। वहीं, गुरुवार को क्षेत्र में बाढ़ का हाल जानने पहुचे पूर्व कैबिनेट मंत्री शास्त्री भी पैतृक गांव जाने की बजाय कस्बे स्थित आवास पर ही रुके रहे। 

एनडीआरएफ व पीएससी कर रही बाढ़ पीड़ितों का रेस्क्यू 

वहीं, तरबगंज तहसील क्षेत्र के ब्यौंदा मांझा में गुरुवार को छत पर शरण लिए बाढ़ पीड़ितों का रेस्क्यू करने एनडीआरएफ पहुंची। लोगों को एक-एककर बाहर निकालना शुरू किया। ब्यौंदा मांझा में बाढ़ का पानी काफी ऊपर तक चढ़ गया है।

छत पर होने के कारण इनके पास भूख और धूप से बचने का कोई तरीका नहीं है। इससे बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा परेशान हो रहे हैं। इसके बाद इनको बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ से मदद मांगी गई। टीम स्टीमर की मदद से क्षमता के अनुसार एक-एक कर पीड़ितों को बाहर निकाल रही है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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