दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में मिड-डे मील के खाने में अव्यवस्था के मामले किसी से छुपी नही है। इसी कड़ी में जब अयोध्या जिले के एक सरकारी स्कूल में बच्चों को खाने में नमक के साथ चावल दिया गया और वीडियो वायरल हुआ तो प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया। इस मामले पर जिलाधिकारी ने कहा कि उनके द्वारा की गई कार्रवाई सबूतों पर आधारित है और विस्तृत जांच की जाएगी।
प्राथमिक विद्यालय में एक छात्र के माता-पिता द्वारा रिकॉर्ड किए गए दो मिनट के वीडियो में दिखाया गया है कि बच्चे फर्श पर बैठे हैं और मिड-डे मील के तहत परोसे जाने वाले खाने में चावल और नमक खा रहे हैं।
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वीडियो में शख्स लगातार कहते हुए सुनाई देता है कि “इस मामले में शिक्षक और ग्राम प्रधान ने जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया है। फिर कौन जिम्मेदार है?” शख्स आगे कहता है कि “आप देख सकते हैं ये सभी बच्चे चावल और नमक खा रहे हैं। कौन अपने बच्चों को ऐसे स्कूल में भेजना चाहेगा? वह कहता है कि योगी बाबा (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) को यह वीडियो देखना चाहिए।”
स्कूल के इस वीडियो पर जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा, ”मैंने आदेश दिया है कि योजना के अनुसार भोजन कराया जाना है। इसमें कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। कुमार ने आगे कहा कि “मैंने संबंधित अधिकारी को जांच करने का आदेश दिया है। हमने वीडियो में जो देखा उसके आधार पर प्रिंसिपल को निलंबित करने का आदेश दिया है।”
गौरतलब है कि पिछली बार जब ऐसा वीडियो उत्तर प्रदेश में वायरल हुआ था तो खुलासा करने वाले को कार्रवाई का सामना करना पड़ा था। साल 2019 में, मिर्जापुर जिले में एक हिंदी अखबार के पत्रकार पवन जायसवाल ने एक सरकारी स्कूल में स्कूली बच्चों को रोटी और नमक परोसते हुए फिल्माया। जिसके बाद, पवन पर सरकार के खिलाफ कथित साजिश का मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, बाद में यूपी पुलिस ने उन्हें बरी कर दिया था।
Author: samachar
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