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November 1, 2024 9:06 pm

शांत हो गई नदी ने किया कीचड़ से बेहाल; सिसई घाट पर राप्ती का जल स्तर 103.77 मीटर दर्ज

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नौशाद अली की रिपोर्ट 

बलरामपुर। बुधवार को राप्ती नदी की बाढ़ का पानी जिले के लगभग सभी इलाको से निकल गया। राप्ती नदी खतरे के निशान से नीचे व चेतावनी बिंदु से ऊपर बनी हुई है। नदी का जल स्तर घटने से गांवों में अब कीचड़ व जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सफाई न होने व दवा छिड़काव न किए जाने के कारण संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ गया है। घटते जल स्तर के कारण नदी तेजी से कटान कर रही है। बलरामपुर सदर, गौरा चौराहा व उतरौला क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांवों में नदी कटान कर रही है। हेंगहा पहाड़ी नाले का पानी अभी भी ललिया हरिहरगंज मार्ग पर जनमेजय सिंह के भट्ठे के निकट बह रहा है, जिससे करीब दो सौ गांव के लोगों का आवागमन बाधित है।

राप्ती नदी का जल स्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है। बुधवार को शाम चार बजे सिसई घाट पर राप्ती का जल स्तर 103.77 मीटर दर्ज किया गया। जो चेतावनी बिंदु 103.62 मीटर से ऊपर है। घटते जल स्तर पर राप्ती नदी ने कटान तेज कर दी है। ललिया हरिहरगंज मार्ग पर जहदी डिप व इसी मार्ग पर कोड़री गांव के निकट झिन्ने नाला डिप पर अभी करीब एक से डेढ़ फीट पानी बह रहा है। प्रशासन ने आवाजाही के लिए यह रास्ता अभी भी बंद कर रखा है। रास्ता बंद होने के कारण तराई क्षेत्र के करीब दो सौ गांवों के लोगों को जिला मुख्यालय पर आने के लिए 17 की बजाय 35 किमी. की दूरी तय करनी पड़ रही है। लोग ललिया से मथुरा व कोड़री होकर जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं। भवनियापुर, मकुनहवा, परसहवा, भौरही, किला, पिट्ठा, नरायनपुर, प्रतापपुर, भुसैलिया, इटहिया व सुगानगर सहित करीब दो दर्जन गांवों से पहाड़ी नाले हेंगहा का पानी तो निकल गया है लेकिन गांव में कीचड़ का अम्बार लगा है। बाढ़ का पानी कम होने के बाद नदी ने तेजी से कटान शुरू कर दी है। सदर तहसील के कल्याणपुर, झौहना, पाठकपुरवा, जमालीजोत, ढोढ़री, बेलवा, सुल्तान जोत, ढकही, मदारा, राम नगर, मिर्जापुर, टेंगनहिया मानकोट सहित एक दर्जन से अधिक गांव कटान की जद में हैं। ढोढ़री गांव बुरी तरह से राप्ती नदी की कटान के जद में है।

दतरंगवा पर बह रहा बूढ़ी राप्ती का पानी, आवागमन बाधित

गौरा चौराहा क्षेत्र के तुलसीपुर मार्ग स्थित दतरंगवा डिप पर लगभग चार फीट पानी बह रहा है, जिससे पिछले आठ दिनों से गौरा तुलसीपुर मार्ग बंद है। क्षेत्र के भोजपुर, अम्मरनगर मार्ग पर स्थित दर्जनों गांव थरूवा, थरुईिनया, गोविंदपुर ,वीरपुर ,महरी,देवलहा, मिश्रौलिया सहित गांव का आवागमन ठप है। इन गांवों के चारों तरफ बाढ़ का पानी अब भी भरा है। प्रशासन की तरफ से नाव की व्यवस्था कर दी गई है। जिससे लोगों का आवागमन कुछ हद तक सुगम हो गया है। स्थानीय ग्रामीणों को हर वर्ष चार माह बाढ़ का दंश झेलना पड़ता है। कई वर्षों से भोजपुर अम्मर नगर मार्ग पर पुल की निर्माण की मांग हो रही है। वर्षों बीत जाने के बाद भी यह मांग पूरी नहीं हुई है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."