अनिल अनूप की खास रिपोर्ट
गजोधर भैया अपनी जिंदगी के मंच से उतर गए। सामने लोग बैठे रहे और काला पर्दा झूल गया। राजू श्रीवास्तव की बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने की खबरें बनते-बनाते आखिरी खबर आ गई। बुधवार सुबह 10 बजे के करीब दिल्ली एम्स में उनका निधन हो गया।
कानपुर में चर्चित कवि बलई काका के बेटे राजू श्रीवास्तव ने देश दुनिया में हस्य कलाकार के रूप में शोहरत हासिल की थी। पिता बलई काका के कवि होने से राजू के रग-रग में कला रचती बसती थी। इसका भरपूर फायदा भी उन्होंने उठाया और अपनी जन्मभूमि कानपुर का नाम खूब रोशन किया। कला के पारखी लोग उनकी तारीफ के पुल बांधते नहीं थकते हैं।
राजू Raju Srivastav के पिता रमेश चंद्र श्रीवास्तव उर्फ बलई काका उन्नाव में कलेक्ट्रेट में कर्मचारी रहे। उनका परिवार नयापुरवा किदवईनगर में रहता है और राजू का जन्म 25 दिसंबर, 1963 को हुआ था।
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मां सरस्वती श्रीवास्तव ने उन्हें बचपन से ही कुछ अलग और बेहतर करने की सीख दी। पिता बलई काका कवि सम्मेलन के मंचों पर जाते थे, जहां से राजू को स्टैंडअप कामेडियन की प्रेरणा मिली। राजू श्रीवास्तव का असली नाम सत्य प्रकाश श्रीवास्तव है, जो कम ही लोग जानते हैं।
राजू श्रीवास्तव की खासियत थी कि वे गंभीर विषयों में भी कॉमेडी की तलाश कर लेते थे। वे ऐसे विषयों पर कॉमेडी करते थे जिसपर किसी ने सोची भी न हो।
राजनीति के दांव-पेंच में अपने व्यंग्यों की पुट डालकर हंसाने की कला राजू श्रीवास्तव के अलावा किसी और के पास नहीं थी। खास बात ये थी कि उनकी राजनीतिक कॉमेडी से कोई नेता बुरा नहीं मानता बल्कि इसका आनंद लेता था।
देखे बड़े उतार-चढ़ाव
राजू ने अपनी जिंदगी में बड़े उतार-चढ़ाव देखे। एक समय था जब कामेडियन को उतना तवज्जो नहीं मिलती थी। सिर्फ जानी लिवर ही ऐसे थे, जिन्हें देखकर साहस मिलता था। भले शो करने में 50 से 100 रुपये ही मिले, लेकिन मायूस नहीं हुए। मुंबई जाने के बाद आटो भी चलाया लेकिन उनके कदम डगमगाए नहीं और आखिर सफल कॉमेडियन बनकर कानपुर का नाम रोशन किया।
लखनऊ की शिखा से हुई शादी
राजू की कामयाबी में उनकी पत्नी का भी काफी अहम योगदान रहा है। राजू श्रीवास्तव ने 1 जुलाई 1993 को लखनऊ की शिखा से शादी की थी। राजू के परिवार में पत्नी शिखा और दो बच्चे अंतरा और आयुष्मान हैं। राजू की तंगहाली के समय पत्नी शिखा ने कभी मायूस नहीं होने दिया।
छह भाई और एक बहन में चौथे नंबर के थे राजू
राजू श्रीवास्तव अपने छह भाई और एक बहन के बीच चौथे नंबर के थे। राजू के सबसे बड़े भाई राजेंद्र श्रीवास्तव और प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहते हैं। तीसरे नंबर के भाई रमन श्रीवास्तव कानपुर के यशोदा नगर में परिवार के साथ रह रहे हैं। राजू से छोटे भाई धर्म श्रीवास्तव उर्फ काजू परिवार के साथ पुराने घर कानपुर किदवई नगर के नया पुरवा में रहते हैं। उनकी बहन सुधा श्रीवास्तव शादी के बाद से परिवार के साथ कानपुर के रामकृष्ण नगर में रह रही हैं। जबकि सबसे छोटे भाई दीपू श्रीवास्तव राजू के परिवार के साथ मुंबई में ही रह रहे हैं।
2022 में अखिलेश जरूर आएंगे लेकिन…
2022 में यूपी में अखिलेश और राहुल जरूर आएंगे मगर योगी जी के शपथ ग्रहण समारोह में… काशी फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह में आये राजू श्रीवास्तव ने ऐसा कहकर लोगों का दिल जीत लिया था। राजनीति से जुड़े सवालों का जवाब देने के क्रम में अपने चुटीले अंदाज में विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर उन्होंने ये बात कही थी।
शत्रुघ्न सिन्हा बेल्जियम के प्रधानमंत्री बन गए भइया…
चुनाव से पहले भाजपा छोड़ने वाले नेताओं पर राजू ने जमकर तंज कसे थे। सोशल मीडिया में वायरल अपने वीडियो में राजू श्रीवास्तव ने पार्टी छोड़कर गए नेताओं की स्थितियों को अपने अंदाज में बयां किया।
राजू श्रीवास्तव ने चुटकी लेते हुए कहा था, टिकट ना मिलने के कारण उदित राज बीजेपी छोड़ कर चले गए, शत्रुघ्न सिन्हा भी बीजेपी छोड़ कर चले गए, आज ये लोग बड़े सफल हैं। ये दोनों लोग बहुत कामयाब हैं। उदित राज तो अमेरिका के राष्ट्रपति हैं और शत्रुघ्न सिन्हा बेल्जियम के प्रधानमंत्री हैं। इस तरह अखिलेश यादव चुनाव बाद स्वामी प्रसाद मौर्य को भूटान का काउंसलर बनाने जा रहे हैं और दारा सिंह युगांडा के राष्ट्रपति बनाए जाएंगे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."