विवेक चौबे की रिपोर्ट
गढ़वा। मेराल के एक युवक आफताब ने अपना नाम बदलकर और धर्म छिपाकर यूपी के सोनभद्र जिले की एक लड़की से शादी कर ली। मामला खुलने पर लड़की जब ससुराल पहुंची तो यहां उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। इसके बाद पीड़िता मेराल थाने पहुंची। मेराल पुलिस ने उसे यूपी के संबंधित थाने में केस दर्ज कराने की सलाह देकर भेज दिया है।
पूजा कुमारी के अनुसार, आफताब अंसारी गुरमा में उसके घर के पास दवा की दुकान चलाता था। वहीं उससे संपर्क हुआ था। लेकिन उसने अपना नाम पुष्पेंद्र सिंह तथा घर मिर्जापुर जिले का लालगंज बताया था। धीरे धीरे दोनों का प्रेम परवान चढ़ा। फिर कथित पुष्पेंद्र ने ही शादी करने के लिए पूजा पर दबाव बनाया। लेकिन लड़की के घर वाले तैयार नहीं हुए। तब दोनों ने भागकर मंदिर में शादी कर ली।
शादी के बाद आफताब अंसारी उर्फ पुष्पेंद्र सिंह विवाहिता को लालगंज में अपना घर बताकर साथ ले गया। वहां से तीन-चार दिन बाद उसे मिर्जापुर ले गया। वहीं किराए पर एक कमरा लेकर रखने लगा। इस बीच आफताब को उसकी नानी के निधन की सूचना मिली, तो वह नानी के जनाजे में शामिल होने के लिए अकेले जाने की तैयारी करने लगा। हालांकि, जब पूजा ने साथ चलने की जिद की तो वह साथ लेकर झारखंड अपने ननिहाल आया। यहां आने के बाद पूजा को आशंका हुई कि उसके साथ धोखा हुआ है।
मुहर्रम पर घर लेकर आया तो पता चला धोखा हुआ
पूजा के पूछने पर वह हमेशा स्वयं को हिन्दू बताता रहा। उसने प्रमाण के रूप में पुष्पेंद्र सिंह नाम तथा लालगंज घर होने संबंधित एक फर्जी आधार कार्ड भी दिखाया। पूजा के अनुसार एक बार वह मुहर्रम के दौरान उसे लेकर जब सोहबरिया आया, तब उसके घर के लोगों को देखकर उसे पक्का यकीन हो गया कि उसके साथ धोखा हुआ है। वापस मिर्जापुर लौटने के बाद एक दिन उसने जब उसके पर्स को चेक किया तो आफताब अंसारी नाम तथा झारखंड के गढ़वा जिला के मेराल थाना के सोहबरिया से संबंधित पता वाला आधार कार्ड मिला। यह भी पता चला कि आफताब उसके साथ शादी से पहले से शादीशुदा है। उसकी पहली पत्नी से भी उसके बच्चे हैं।
राज खुलने पर पीछा छुड़ाने की करने लगा कोशिश
पूजा के अनुसार, 2020 में गर्भवती होने और उसके मुस्लिम होने का राज खुलने के बाद दोनों में झगड़ा होने लगा। इसके बाद आफताब अंसारी ने उससे पीछा छुड़ाने के लिए वहां से भागने लगा। पति को भागते देख कर उसने इसकी शिकायत चोपन थाने में की। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद वह फिर से साथ में रहने लगा। इस बीच 28 जुलाई को 2021 को उसने एक बच्ची को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद फिर वह भाग गया। जिसे खोजते हुए जब सोहबरिया पहुंची तो उसके देवर ने उसके साथ मारपीट की। लेकिन गांव की पंचायत ने आफताब को उसे साथ रखने का फैसला सुनाया।
सास ने घर से धक्का देकर भगा दिया तो थाना पहुंची
इसके बाद वह पुनः उसे लेकर मिर्जापुर आ गया। लेकिन कुछ दिन पूर्व पूजा के साथ मारपीट करने के बाद आफताब अंसारी मिर्जापुर से फरार हो गया। पति को खोजते हुए शुक्रवार शाम को पूजा अपने पति के घर सोहबरिया पहुंची। रात में वह वहीं रुकी। शनिवार की सुबह में सास ने पूजा को धक्का देकर घर से बाहर भगा दिया। तब पति की खोज में भटकती पूजा अपनी बच्ची के साथ मेराल थाना पहुंची। पूरी दास्तां सुनाकर न्याय की गुहार लगाई है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."