सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
सपा के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक नेता के बयान पर आजम खां का खेमा इतना नाराज हो गया है कि आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम ने यहां तक कह दिया है कि बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी। अब्दुल्ला आजम ने बुधवार को एक ट्वीट किया था जिससे यह चर्चा निकली है।
बुधवार की शाम अब्दुल्ला आजम ने ट्वीट किया, ‘अभी एक बयान मेरे संज्ञान में आया है, जो समाजवादी पार्टी के एक प्रवक्ता साहब ने दिया है, ये वही लोग हैं, जो आज समाजवादी पार्टी की हार और बर्बादी के जिम्मेदार है। मेरी ऐसे लोगों से गुजारिश है कि वो अपने स्तर तक की बात करें, आजम खां साहब तक न जाएं वरना बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी।’
अब्दुल्ला ने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन माना जा जा रहा है। यह हमला वेस्ट यूपी से स्थानीय निकाय कोटे से एमएलसी रहे एक नेता से जोड़ा जा रहा है, जो पार्टी प्रवक्ता भी रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि पूर्व एमएलसी के बयान को पार्टी नेतृत्व ने भी सुना है, जिसमें कुछ आपत्तिजनक नहीं था, लेकिन एहतियाती तौर पर उन्हें चुप रहने की नसीहत दी गई है।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले थे और उन्होंने एटा के पूर्व विधायक रामेश्वर यादव के उत्पीड़न की शिकायत की थी। उनकी चिट्ठी को टैग करते हुए सपा विधायक व अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए कि ‘न्याय की यह लड़ाई अधूरी क्यों है? आजम खां साहब, नाहिद हसन, शहजिल इस्लाम…और अन्य कार्यकर्ताओं के लिए क्यों नहीं?’
शिवपाल के इस बयान पर मचे घमासान के बीच सपा के एक पूर्व एमएलसी ने बुधवार को मीडिया में बयान दिया, ‘आजम साहब के साथ बहुत अन्याय हुआ है, लंबी लड़ाई उन्होंने भी लड़ी, पार्टी ने भी लड़ी। कई बार विधान परिषद की कार्रवाई रोकी गई, विधानसभा की कार्रवाई रोकी गई। परिषद में मैंने सवाल उठाया। विधानसभा में सीनियर लीडर ने उठाया। उसके बाद लोकसभा में बात हुई। राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद दो बार रामपुर गए। बहुत-सी जगहों पर इस मुद्दे को उठाया गया।’
Author: samachar
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