अनुराग दीक्षित की रिपोर्ट
गोला गोकर्णनाथ-खीरी। गोला तहसील मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर अति प्राचीन एवं पौराणिक मंदिर जो कि ग्राम सभा कपरहा के मजरा तेन्दुआ में स्थापित है। यह मंदिर बाबा तुरंत नाथ धाम के नाम से क्षेत्र में विख्यात है लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर भंडारा भी कराते हैं।
मान्यता है कि इस तेन्दुआ गांव में प्राचीन शिवलिंग की स्थापना (कोटद्वार) अब कोटवारा स्टेट के राजा मोरध्वज ने स्थापित कराया था। जोकि घोर घने जंगल में स्थापित था। गोला तहसील मुख्यालय से से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित है।
यहां प्रत्येक वर्ष सावन के महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं और मुंडन, हवन यज्ञ, भंडारा, आदि का अनुष्ठान भी करवाते हैं।
यहां पर एक अति प्राचीन एवं पौराणिक एक सरोवर स्थापित है, मान्यता है कि यहां पर चर्म रोग यानी दाद, खाज, खुजली, आदि के होने पर मात्र एक बार ही स्नान कर लेने से रोगों से मुक्ति मिल जाती है। यहां पर तत्कालीन ग्राम प्रधान नीरज शुक्ला(गुड्डू) के अथक प्रयासों से भारत के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को मंदिर में बुलाकर उनसे इस मंदिर का जीर्णोद्धार एवं इंटरलॉकिंग सडक की मांग की, फौरन ही मौके पर उन्होंने दर्शन करने के पश्चात इन दोनों चीजों की घोषणा कर दी और कहा कि अति शीघ्र ही इसका निर्माण कराया जाएगा। इसके पश्चात कुछ दिनों में मंदिर का जीर्णोद्धार एवं इंटरलॉकिंग का कार्य ग्राम प्रधान नीरज शुक्ला के विशेष अथक प्रयासों के बाद पूर्ण हुई।
Author: samachar
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