दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
बहराइच, हत्या, लूट, डकैती जैसी संगीन धाराओं में दर्ज 47 मुकदमों के आरोपित माफिया की 110 करोड़ की संपत्ति को शासन के आदेश पर रविवार को कुर्क किया गया। डीएम व एसपी के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस फोर्स व पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान माफिया के डिगिहा स्थित होटल व रेस्टोरेंट पहुंचे। इसके बाद 40 कमरों के होटल को कुर्क करने की कार्रवाई पूरी की गई। एडीजी जोन गाेरखपुर ने गब्बर पर एक लाख का ईनाम भी घोषित किया था। गब्बर सिंह की गिनती प्रदेश के टाप-50 माफिया में होती है।
डीएम डा. दिनेशचंद्र ने मौके पर पहुंचकर पहले शासन के आदेश की प्रति को पढ़कर वहां मौजूद लोगों को सुनाया। 15 मिनट में परिसर में मौजूद लोगों को वहां से हट जाने की चेतावनी दी गई। इसके बाद माफिया के होटल व रेस्टोरेंट को कुर्क करने की कार्रवाई शुरू की गई। इसकी कीमत करीब 85 करोड़ रुपये प्रशासन ने आंकी है। यहां के अलावा छोटी बाजार स्थित वीरसेन सिन्हा मार्केट की करीब 25 करोड़ की संपत्ति को भी कुर्क किया गया।
एसपी केशव कुमार चौधरी ने बताया कि माफिया देवेंद्र सिंह उर्फ राजेश सिंह उर्फ गब्बर सिंह निवासी मोहनपुर थाना पयागपुर की संपत्ति 14 (1) उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 के तहत कुर्क की गई है। एसपी ने बताया कि गब्बर सिंह पयागपुर के वार्ड नंबर 42 से जिला पंचायत सदस्य है। उसके खिलाफ बहराइच, सुल्तानपुर, अयोध्या, लखनऊ समेत कई जिलों में लूट, हत्या, डकैती, हत्या के प्रयास, जमीनों पर कब्जा समेत कई अन्य संगीन धाराओं में 47 मुकदमे दर्ज हैं।
कार्रवाई के दौरान एडीएम मनोज, अपर पुलिस अधीक्षक नगर कुंवर ज्ञानंजय सिंह, एसडीएम सदर सुभाष सिंह धामी, सीओ नगर विनय द्विवेदी, सीओ लाइन कमलेश सिंह, थानाध्यक्ष दरगाह मनोज सिंह, कोतवाल नगर शैलेश कुमार सिंह के अलावा भारी पुलिस फाेर्स मौजूद रहा।
नगर मजिस्ट्रेट बनीं प्रशासक: जिलाधिकारी डा. दिनेशचंद्र ने बताया कि माफिया गब्बर की संपत्ति को कुर्क करने के साथ ही प्रशासनिक देखभाल के लिए नगर मजिस्ट्रेट ज्योति राय को प्रशासक बनाया गया है। उनके सहयोग के लिए तहसीलदार सदर और सीओ सिटी को सहायक प्रशासक नियुक्त किया गया है।
गैंग के सक्रिय सदस्यों के नामः कुर्की की कार्रवाई के दौरान एसपी ने बताया कि माफिया गब्बर सिंह के गैंग में सक्रिय सदस्यों में मनीष जायसवाल व महेंद्र प्रताप सिंह उर्फ अभय प्रताप सिंह शामिल हैं।
जमीनों के कूटरचित दस्तावेज करते हैं तैयारः डीएम डा.दिनेशचंद्र ने बताया कि माफिया के सक्रिय साथी जमीनों के कूटरचित दस्तावेज तैयार करके सरकारी व गरीब तबके के व्यक्तियों को बंधक बनाकर उनकी जमीन पर कब्जा कर लेते हैं। इसके बाद उसकी बिक्री करते हैं।
अपराध कर कमाई गई थी अकूत संपत्तिः एसपी के मुताबिक, माफिया गब्बर सिंह अपने गैंग के सहारे अपराधाें को अंजाम देकर अकूत संपत्ति का मालिक बन गया। गुप्त विवेचना के दौरान इस बात की पुष्टि भी हो गई है।
कई और हैं निशाने परः एसपी ने बताया कि जिले में कई अन्य भू माफिया भी निशाने पर हैं। इनके द्वारा अवैध तरीके से अर्जित की गई संपत्तियों को भी जल्द ही कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी।
Author: samachar
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