राकेश तिवारी की रिपोर्ट
देवरिया। बिजली घर में तैनात संविदा लाइनमैन की गोपालपुर गांव में फाल्ट ठीक करते समय करंट की चपेट में आने से सोमवार की रात मृत्यु हो गई। इससे गुस्साए लाइनमैनों ने रात में इलाके की आपूर्ति ठप कर दी।
मंगलवार की सुबह बिजली घर परिसर में शव रखकर धरना-प्रदर्शन कर आश्रित को नौकरी व पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग पर अड़ गए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की पहल के बाद विधायक सुरेन्द्र चौरसिया भी मौके पर पहुंचे। विधायक के आश्वासन पर छह घंटे बाद धरना-प्रदर्शन समाप्त हुआ।
सिरवनिया गांव के रहने वाले संविदा लाइनमैन उमेश यादव रात में गोपालपुर गांव में बिजली फाल्ट ठीक करते समय करंट की चपेट में आ गए थे। बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर ले जाते समय रास्ते में उनकी मृत्यु हो गई। मंगलवार की सुबह छह बजे ही परिवार के सदस्यों के साथ हरिकेश सिंह, मनोज भारती, गुड्डू मिश्र, हियुवा के जिला उपाध्यक्ष नीरज श्रीवास्तव समेत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण बिजली घर परिसर में शव लेकर पहुंच गए। शव रखकर धरना-प्रदर्शन किया। विद्युत संविदा मजदूर संगठन के अध्यक्ष विपिन विश्वकर्मा ने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, पांच लाख रुपये का मुआवजा देने व दोषियों के विरुद्ध कर्रवाई की मांग संबंधी पत्रक एसडीएम को सौंपा।
विधायक सुरेन्द्र चौरसिया, एसडीएम सदर सौरभ सिंह व सीओ श्रीयश त्रिपाठी लोगों को समझाने बुझाने में लगे थे। विधायक की पहल पर लोग मानें। इस दौरान तरकुलवा इंस्पेक्टर टीजे सिंह, अधिशासी अभियंता बृजेश कुमार, एसडीओ प्रत्यूष बल्लभ, अवर अभियंता संदीप कुमार, संविदा कर्मियों के ठेकेदार पीके सिंह आदि मौजूद रहे।
संविदा लाइनमैन उमेश यादव की करंट लगने से मृत्यु के बाद तरकुलवा बिजली घर के कर्मचारी सोमवार की रात करीब नौ बजे भाग गए।कर्मचारी दहशत में थे। बिजली घर के सभी फीडर बंद कर दिए गए। जिसके चलते करीब दो सौ गांवों की आपूर्ति ठप रही। करीब 16 घंटे बाद मंगलवार की दोपहर करीब एक बजे आपूर्ति बहाल हुई। लोग रातभर गर्मी से बेहाल रहे।
बिजली के बिना क्षेत्र में हाहाकार मचा रहा।
Author: samachar
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