Explore

Search
Close this search box.

Search

November 26, 2024 5:46 am

लेटेस्ट न्यूज़

चौंक गई पुलिस जब बंदरों की तस्करी का हुआ भंडाफोड़; 20 बंदरों सहित दो लोगों को पकड़ा गया

16 पाठकों ने अब तक पढा

कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट 

उन्नाव । एसटीएफ की टीम को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। यहां शराब, लकड़ी, गांजा चरस नही बल्कि बंदरों की तस्करी करने वालों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के पास से 20 बंदर भी बरामद हुए है। एसटीएफ कि छापेमारी से उन्नाव पुलिस में हड़कम्प मचा है।

बिहार के कस्बा पाटन में एक किराए के खंडहरनुमा घर में पिछले 6 साल से रह रहे वर्ग विशेष के दो लोगों को यूपी एसटीएफ की टीम ने बंदरों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। यूपी एसटीएफ की टीम ने आरोपियों के पास से जाल में बंद किए गए 20 बंदर भी बरामद किए हैं। एसटीएफ के निरीक्षक के अनुसार आरोपी फर्रुखाबाद व पश्चिमी यूपी के जिलों में बंदरों की बिक्री करते थे।

जाल में पकड़े हुए 20 बंदर हुए बरामद

यूपी एसटीएफ के निरीक्षक दिलीप तिवारी ने बताया कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि बिहार थाना के पाटन कस्बा निवासी रामप्यारे के खंडहरनुमा मकान में पिछले 6 साल से मुस्लिम समुदाय के दो युवक रह रहे हैं। दोनों युवक फतेहपुर जिला के त्रिलोकीपुर गांव निवासी सद्दाम पुत्र शकील बेग व मोहम्मद नदीम पुत्र कल्लू हैं, जो काले मुंह के बंदरों की तस्करी का काम करते हैं। इनपुट के आधार पर बीती देर रात खंडहरनुमा मकान में दबिश दी गई तो वहां पर एक जाल में पकड़कर बंद किए गए 20 काले मुंह के बंदर बरामद हुए। आरोपियों को गिरफ्तार कर बंदरों समेत बिहार थाना लाया गया।

बिहार में पकड़े गए बंदरों की तस्करी करने वाले युवकों के मुख्य सरगना की तलाश में एसटीएफ की टीम लगी है उनका मानना है कि यह गैंग ऐसे अन्य कई जगहों पर काम कर रहा होगा जिनकी आप उन्हें तलाश है। फिलहाल एसटीएफ की टीम पकड़े गए आरोपियों को अपने साथ ले गई है।

स्थानीय पुलिस को सूचना दी जाती थी नहीं होती थी सुनवाई

बताया यह भी जा रहा है की बंदर पकड़ने वाले लोगों को क्षेत्र के लोग अक्सर देखा करते थे जिसकी सूचना बिहार थाना पुलिस को देते थे। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं होती थी किसी ने जानकारी यूपी एसटीएफ टीम को दे दी इसके बाद छापेमारी की गई तो उन्हें सफलता भी हाथ लगी है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़