संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- जिला प्रशासन व चुनाव आयोग के निर्देशो का खुला उलंघन करते हुए कैसे पति व पत्नी ने दो ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधानी करके सरकारी धन का बंदरबाट किया लेकिन जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा बिना कागजों की जांच किए ही ग्राम प्रधान पद का सौंप दिया गया इस दंपत्ति ने अपनी दबंगई, पैसे व रसूख के बल पर शासन प्रशासन के निर्देशो को चुनौती देते हुए दो ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधान रहे लेकिन जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ तमाशाई बने नजर आए l
कर्वी सदर ब्लाक के ग्राम पंचायत रैपुरवा माफी में इंद्रराज सिंह पटेल ग्राम प्रधान रहे जिनका पूरा रिकार्ड ग्राम पंचायत रैपुरवा माफी के परिवार रजिस्टर में दर्ज है जिसमें पत्नी गोमती देवी सहित बच्चों व बहुओं के नाम परिवार रजिस्टर में दर्ज हैं
लेकिन इंद्रराज सिंह ने अपनी दबंगई,पैसे व रसूख के बल पर धोखाधड़ी व जालसाजी करके मानिकपुर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत रूखमा बुजुर्ग में अपना व पत्नी व बच्चों का नाम परिवार रजिस्टर में दर्ज कराकर पत्नी गोमती देवी को ग्राम प्रधान बनवाया ग्राम पंचायत रूखमा बुजुर्ग के परिवार रजिस्टर में इंद्रराज सिंह व पत्नी गोमती देवी सहित बच्चों व बहुओं के नाम दर्ज़ हैं l
ग्राम पंचायत रूखमा बुजुर्ग में ग्राम प्रधान रहते हुए गोमती देवी ने विकास कार्यों के नाम पर सरकारी धन का जमकर बंदरबाट किया है जिसके चलते ग्राम प्रधान गोमती देवी ने बोलेरो व ट्रैक्टर आदि चार पहिया वाहन व दो पहिया वाहन के साथ साथ लाखों रुपए की चल अचल संपत्ति बनाई है जिसकी जांच कराई जानी आवश्यक है l
सवाल यह भी उठता है कि दबंग व रसूखदार व्यक्ति इंद्रराज सिंह व गोमती देवी ने कैसे धोखाधड़ी व जालसाजी करके दो ग्राम पंचायतों के निवासी बने व दो ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधान बने
दो ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधानी करने वाले पति पत्नी की साठ गांठ क्या जिम्मेदार अधिकारियों से थी क्या जिम्मेदार अधिकारियों की सह पर इंद्रराज सिंह व गोमती देवी ने धोखाधड़ी व जालसाजी करके दो ग्राम पंचायतों के परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज करवाकर ग्राम प्रधानी की यह एक जांच का विषय है l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."