संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- महिलाओं पर बढ़ते अपराध को रोकने के लिए सरकार द्वारा एंटी रोमियो एस्कवायड टीम का गठन कर महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराने व जागरूक करने का काम किया जा रहा है वहीं दबंगो व मनचलों की मनमानी के चलते महिलाएं आज भी सुरक्षित नहीं हैं जिधर देखो उधर महिला हिंसा की घटनाएं देखने व सुनने को मिल रही हैं l
वहीं चित्रकूट ज़िले में बढ़ते अपराध को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा द्वारा थाना प्रभारियों व चौकी प्रभारियों के बडी मात्रा में तबादले किए गए व अपराध नियंत्रण के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद भी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं जिले में हत्या, लूट, बलात्कार व अपहरण जैसी घटनाओं का ग्राफ बडी तेजी से बढ़ा है लेकिन अभी तक सही तरीक़े से नियंत्रण नहीं लग पा रहा है l
ज़िले में बढ़ते अपराधों के बीच अनूसूचित जाति के ग़रीब लोगों पर दबंगों के उत्पीड़न व अत्याचार का बड़ा मामला सामने आया है जिसमें दबंगो द्वारा बहू बेटियां व बूढ़ी बुज़ुर्ग महिलाओं को शौच क्रिया के लिए जाने से भी रोका जा रहा है व इन अनूसूचित जाति की ग़रीब महिलाओं व बच्चियों को इन दबंगो की अभद्रता का सामना करना पड़ता है l
मामला है मानिकपुर थाना क्षेत्र के सरैया चौकी के ग्राम पंचायत गढ़ाचपा के मजरे बरूआ दाई का l
ग्राम पंचायत गढ़चपा के मजरे बरूआ दाई में अनूसूचित जाति (चमार) समुदाय के लोग रहते हैं जो पहाड़ों व जंगलों के किनारे बसे हुए हैं व इन ग़रीब लोगों की आजीविका का एक मात्र साधन खेती है जिससे यह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं यह ग़रीब परिवार झुग्गी झोपड़ी व कच्चे मकानों में निवास करते हैं इन लोगों को शौच क्रिया के लिए पहाड़ों व जंगलों में जाना पड़ता है लेकिन पहाड़ों व जंगलों में शौच क्रिया के लिए जाने के बावजूद दबंगो द्वारा अनूसूचित जाति की ग़रीब बहू, बेटियों व बूढ़ी बुज़ुर्ग महिलाओं को शौच क्रिया के लिए जाने से मना किया जाता है व इन बहू बेटियां व बूढ़ी बुज़ुर्ग महिलाओं से अभद्रता की जाती है जिसके कारण यह बहुत परेशान हैं इन पीड़ित महिलाओं द्वारा बताया गया कि गांव के दबंग व्यक्ति पप्पू सिंह द्वारा हम महिलाओं को शौच क्रिया के लिए मना किया जाता है व जब हम शौच क्रिया के लिए बैठे होते हैं तो पत्थर मारे जाते हैं व अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली गलौज की जाती है जिसके कारण इन ग़रीब महिलाओं को शौच क्रिया के लिए बाहर जाने में भी डर लगता है वहीं महिलाओं ने बताया कि पप्पू सिंह द्वारा हमारी बहू बेटियां को यह कहा जाता है कि यह ज्यादा स्मार्ट बनने लगी है इनका ध्यान देना पड़ेगा l
पप्पू सिंह की ऐसी अभद्र भाषा सुनने से अनूसूचित जाति की यह ग़रीब बहू बेटियां व बूढ़ी बुज़ुर्ग महिलाएं बहुत डरी सहमी हैं व ज़िले में हो रही महिलाओं पर हिंसा की घटनाओं को देखने व सुनने के बाद इन ग़रीबों को यह डर सताने लगा है कि कहीं दबंग पप्पू सिंह द्वारा हमारी बहू बेटियों के साथ कोई अनहोनी घटना न घटित कर दी जाए जिसको लेकर यह ग़रीब महिलाएं चौकी प्रभारी सरैया को प्रार्थना पत्र देकर दबंग पप्पू सिंह के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करने की मांग की है व न्याय की गुहार लगाई है जिसमें प्रभारी चौकी प्रभारी द्वारा ग़रीब महिलाओं के मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की जा रही है लेकिन अभी तक दबंग पप्पू सिंह के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया है l
सबसे बडी सोचने वाली बात यह है कि जिन पहाड़ों व जंगलों में बहू बेटियां व बूढ़ी बुज़ुर्ग महिलाओं को शौच क्रिया के लिए जाने से दबंग पप्पू सिंह द्वारा रोका जा रहा है वह पहाड़ व जंगल वन विभाग के हैं लेकिन फिर भी अपनी दबंगई दिखाते हुए पप्पू सिंह द्वारा अनूसूचित जाति की ग़रीब बहू बेटियां व बूढ़ी बुज़ुर्ग महिलाओं को प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."