राकेश तिवारी की रिपोर्ट
देवरिया। उत्तर प्रदेश के कई शहरों में नुपूर शर्मा के बयान के विरोध में जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और उन्होंने पुलिस पर पथराव किया। सहारनपुर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद के अलावा प्रयागराज में भी प्रदर्शन हुए जहां भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया। वहीं, पुलिस अब उपद्रवियों की पहचान कर उनको गिरफ्तार कर रही है। इस बीच, देवरिया से भाजपा विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर कैप्शन लिखा, “बलवाइयों को “रिटर्न गिफ़्ट”, जिस पर लोगों ने घेरा तो उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया।
भाजपा विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने ये नहीं बताया कि ये वीडियो कहां का है और पुलिस से पिटने वाले शख्स कौन हैं। लेकिन इसे एक दिन पहले यूपी के अलग-अलग शहरों में हुई हिंसा से जोड़कर देखा जा रहा है। भाजपा विधायक द्वारा शेयर किए गए वीडियो को लेकर लोगों ने उनको घेरना शुरू कर दिया, तो कुछ यूजर्स ने पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की। हालांकि, विरोध के बाद त्रिपाठी ने अपना ट्वीट हटा लिया।
https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1535656161563000832?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1535656161563000832%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jansatta.com%2Frajya%2Fprophet-mohammad-row-video-of-police-beaten-up-accused-goes-viral-bjp-mla-deletes-his-tweet-after-objection%2F2218786%2F
यूपी के पूर्व सीएम और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर निशाना साधते हुए कहा, “उठने चाहिए ऐसी हवालात पर सवालात नहीं तो इंसाफ़ खो देगा अपना इक़बाल – यूपी हिरासत में मौतों के मामले में न. 1 – यूपी मानवाधिकार हनन में अव्वल – यूपी दलित उत्पीड़न में सबसे आगे।”
स्वतंत्र पत्रकार साक्षी जोशी ने भाजपा विधायक के ट्वीट को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा, “कानून की धज्जियां उड़ाती खाकी और उसे ‘रिटर्न गिफ़्ट’ बताने वाला आपका चुना हुआ विधायक है। सिर्फ इसलिए कि जिनकी पिटाई हो रही है वो ‘मुस्लिम’ हैं। बात सही है, फ़्रिंज ही अब मेनस्ट्रीम हैं।” वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी इस वीडियो को लेकर प्रतिक्रिया दी और कहा, “क्या वर्दी में इन अपराधियों को इस क्रूरता के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा?”
बता दें कि नुपूर शर्मा की विवादित टिप्पणी के विरोध में प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन कर रही भीड़ हिंसक हो गई। सड़कों पर उतरी भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और आगजनी की। इसमें कई पुलिसकर्मियों को चोट आई है। पथराव करने वाली भीड़ में 10-12 साल के बच्चे बड़ी संख्या में शामिल थे, जिसको लेकर एडीजी ने कहा था कि बिरयानी के ठेले लगाए गए थे और भीड़ जुटाकर बच्चों को पथराव करने के लिए प्रेरित किया गया था। एडीजी ने कहा कि सभी आरोपियों को चिन्हित किया जा रहा है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."