कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ, मानकनगर के सिंगारनगर में रहने वाले एक बिल्डर ज्ञान सिंह आहलूवालिया की पत्नी ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। पहली बार निशान चूक गया तो आनन फानन दूसरी गोली कनपटी पर सटा कर मार ली। गोली की आवाज सुनकर पति ज्ञान सिंह दौड़े तो उन्हें कमरे में पत्नी का खून से लथपथ शव पड़ा मिला।
आलहूवालिया यहां 47 वर्षीय पत्नी बलजीत, बेटी जसप्रीत और बहन हरप्रीत कौर के साथ रहते हैं। ज्ञान सिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम वह घर के अंदर बाथरूम में थे। इस बीच कमरे से गोली चलने की आवाज आयी। वह भागकर पहुंचे तबतक दोबारा गोली चली। कमरे में पहुंचे तो देखा कि खून से लथपथ हालत में पत्नी बलजीत पड़ी हैं। पत्नी को आनन फानन लेकर वह अस्पताल पहुंचे। जहां, डाक्टरों ने बलजीत को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने रिवाल्वर कब्जे में ले लिया है। फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल का निरीक्ष किया। एसीपी आलमबाग शिवाजी सिंह के मुताबिक पूछताछ में ज्ञान सिंह ने बताया कि पत्नी बीमार चल रही थीं। बीमारी के कारण वह डिप्रेशन में थी। घर पर रखी लाइसेंसी रिवाल्वर से उन्होंने गोली मार ली। मौके से कोई सोसाइड नोट नहीं मिला है। ज्ञान सिंह के मुताबिक उनकी बेटी जसप्रीत कौर घर से कुछ दूरी पर स्थित एक निजी अस्पताल ईएमओ के पद पर कार्यरत है। बेटा परमदीप सिंह मैसूर से डाक्टरी कर रहा है।
बिल्डर ने बताया पत्नी डिप्रेशन में रहती थीं। इसी लिए रिवाल्वर हमेशा दराज में रखकर लाक कर देते थे। उसकी चाबी भी अपने पास छुपाकर रखते थे। चाबी चश्मे के कवर में छुपाकर रख रखी थी। शाम को बाहर से आने के बाद बाथरूम में फ्रेश होने गया था। पता नहीं कैसे पत्नी के हाथ चश्मे का कवर लग गया और उन्होंने उससे चाबी निकालकर रिवल्वर दराज से निकाल ली।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."