Explore

Search

November 2, 2024 4:55 am

गोशाला निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा किए गए मानक विहीन कार्य ; अब होगी रकम वसूली की कार्रवाई

1 Views

राकेश तिवारी की रिपोर्ट

देवरिया: मझौलीराज उपनगर में कान्हा गोशाला के निर्माण कार्य की जिलाधिकारी के निर्देश पर की गई जांच में मानक विहीन सामग्री के प्रयोग की पुष्टि हुई है। 

इस मामले में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुंजन द्विवेदी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, पीएन सिंह, अधिशासी अधिकारी मझौलीराज पंकज कुमार, कार्यदायी संस्था सीएनडीएस के अधिकारी एके सिंह व कर्मचारी वेद प्रकाश सिंह के साथ ही ठीकेदार के विरुद्ध कार्रवाई करने के साथ वसूली की संस्तुति की है। इसके बाद जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुंजन द्विवेदी के नेतृत्व में टीम ने कान्हा गोशाला की जांच की। जांच में पाया गया कि गोशाला में पशुओं के चारा के लिए बनाई गई नाद मानचित्र के अनुरूप नहीं है। 

शेड में बनाई गई नाली के निर्माण में भी ध्यान नहीं दिया गया है। शेड की फर्श एवं नालियों में प्रयुक्त की गई ईंट व अन्य सामग्री की गुणवत्ता काफी खराब है। मौके पर मिली ईंट मानक के अनुरूप नहीं है। शेड में एस्टीमेट के अनुरूप ट्यूब लाइट नहीं लगाई गई। 18 की जगह 16 लाइट लगाई गई है।

गोशाला के कार्यालय में तथा बरामदे में फर्श निर्माण में भी गुणवत्ता ठीक नहीं पाई गई। गोशाला के कार्यालय के चारो तरफ डाली गई एप्रन मानक व एस्टीमेट के अनुरूप नहीं है। गोशाला में गेट से शेड तक खडं़जा भी मानक के अनुरूप नहीं पाया गया। बाउंड्रीवाल भी मानक के अनुरूप नहीं है।

नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी तथा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा निरीक्षण व पर्यवेक्षण कार्य नहीं किया गया है। यह अपने कार्य में लापरवाही बरते हैं। लेखपाल संजय सिंह ने भी अपनी रिपोर्ट दी है।

जिलाधिकारी के जांच टीम गठित करने के बाद आनन-फानन में कार्य कराने का प्रयास किया गया। इसकी फोटो कराकर लेखपाल ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को सौंप दिया है। 

कान्हा गोशाला मझौलीराज के निर्माण में अनियमितता की गई है। अधिकारियों की टीम ने कान्हा गोशाला की जांच की है, जिसमें अनियमितता की पुष्टि हुई है। जांच रिपोर्ट आ गई है। मुख्य विकास अधिकारी को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."