Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 8:30 am

लेटेस्ट न्यूज़

बेटे की चाहत ; दूसरी बेटी के पैदा होने पर पत्नी को जानवरों की तरह पीटा और पढ़िए फिर क्या हुआ

10 पाठकों ने अब तक पढा

पुनीत नौटियाल की रिपोर्ट

इंदौर। बेटियों को लेकर आज भी लोगों की सोच नहीं बदली है। ऐसा ही एक मामला इंदौर में सामने आया है। यहां एक बिल्डर के बेटे ने दूसरी बेटी के जन्म होने पर पत्नी को पीटा। इसके बाद उसे घर से निकाल दिया था। वहीं बेटे की चाह में 8 दिन पहले चोरी-छिपे दूसरा निकाह कर लिया। इसकी जानकारी जब पहली पत्नी को लगी तो वह अपने ससुराल पहुंची। यहां पति ने उसे तलाक देकर फिर घर से भगा दिया। पीड़िता ने पति के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है।

TI दिनेश वर्मा के मुताबिक बड़नगर के नलवा में रहने वाली 23 साल की नजमा की शादी अल्ताफ पटेल (27) निवासी राजीव नगर, खजराना से पांच साल पहले हुई थी। शादी के करीब एक साल बाद नजमा ने बेटी को जन्म दिया। परिवार में सब ठीक चल रहा था। दो साल पहले वह फिर से गर्भवती हुई। इस बार उसकी डिलीवरी मायके में हुई। दूसरी बेटी होने पर पति अल्ताफ, उसकी मां व पिता ने नाराजगी जताई और नजमा को अपने साथ ले जाने से इनकार कर दिया। कुछ दिन बाद नजमा के पिता ने समझाइश देकर उसे पति के घर भेजा। लेकिन कुछ दिन बाद फिर बेटी होने की बात पर उसे मारपीट कर मायके भेज दिया गया।

नजमा के परिजनों ने बताया कि 8 दिन पहले अल्ताफ ने देवास के अन्तरालिया ग्राम में चोरी छिपे साइना नाम की युवती से दूसरी शादी कर ली। इस बारे में उन्हें रिश्तेदार से जानकारी लगी। नजमा ने जब पति के मोबाइल पर दाे दिन पहले कॉल किया तो उसने फोन नहीं उठाया। बाद में खुद फोन कर तीन बार तलाक कह दिया। इसके बाद रविवार को नजमा अपने ससुराल खजराना आई। जहां उसे मारपीट कर तलाक कह कर घर से निकाल दिया।

पिता बिल्ड़र, दहेज में दी थी कार और बुलेट

नजमा के परिवार के लोगों ने बताया कि शादी में उन्होंने ऑल्टो कार और बुलेट के साथ लाखों रुपए का सामान दिया था। लेकिन अल्ताफ पटेल के परिवार के लोग बेटी होने की बात से लगातार नाराज चल रहे थे। अल्ताफ के पिता असगर पटेल बिल्डर हैं। जो अपने बेटे के लिए कई लड़कियां लाने की बात कर धमकी देते थे। अल्ताफ भी अपने पिता के साथ बिल्डर का काम करता है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़